हिंदु धर्म
भारतीय संस्कृति क्या है ?
गुरु और शिष्य
क्या गुरु द्वारा बताई साधना करना ही आवश्यक है...
मन का कार्य ही है विचार करना । इस कारण मन में सदैव संकल्प और...
क्या गुरु बदल सकते हैं ?
कुछ लोगों की मोहमाया की इच्छाएं तृप्त ही नहीं होतीं । वे गुरु के पास...
दस नामापराध कौन से हैं ?
जो भी व्यक्ति रामनाम का, प्रभुनाम का पूरा लाभ लेना चाहे, उसे दस दोषों से...
गुरुमंत्र का महत्त्व
गुरुमंत्र देवता का नाम, मंत्र, अंक अथवा शब्द होता है जो गुरु अपने शिष्य को...
गुरु को कैसे पहचानें ?
गुरु अर्थात ईश्वर का साकार रूप व ईश्वर अर्थात गुरु का निराकार रूप, ऐसे शास्त्र...
गुरुसेवा कैसे करनी चाहिए ?
गुरु द्वारा कोई सेवा बताई जाने पर वह करना, यह मात्र चाकर (नौकर) अथवा दूत...
कलियुग में विशेषतापूर्ण तथा साधकों से सभी अंगों से...
सनातन संस्था में ‘गुरु की ओर तत्त्व के रूप में देखें’ की शिक्षा दी जाती...
वास्तविक गुरुके लक्षण क्या हैं ?
एक सर्वोत्तम शिक्षकके समान ही गुरुमें सर्व गुण विद्यमान होते हैं । गुरुका खरा गुण...
गुरुमंत्र किसे कहते हैं ? इससे आध्यात्मिक प्रगति शीघ्र...
गुरुमंत्र में केवल अक्षर ही नहीं; अपितु ज्ञान, चैतन्य एवं आशीर्वाद भी होते हैं, इसलिए...
गुरुसंबंधी आलोचना अथवा अनुचित विचार एवं उनका खंडन !
यदि हमें मनुष्य जन्म मिला है । इस जन्म का मुझे सार्थक करना है ।...
गुरु का सांप्रतकालीन कर्तव्य क्या है ?
काल की आवश्यकता समझकर राष्ट्र तथा धर्मरक्षा की शिक्षा देना, यह गुरु का वर्तमान कर्तव्य...
सनातन संस्थाके आस्थाकेंद्र ‘प.पू. डॉ. जयंत आठवलेजी’ – द्रष्टा...
गुरु श्रीकृष्णने शिष्य अर्जुनको न केवल मोक्षप्राप्तिके लिए धर्म सिखाया; अपितु ‘धर्मरक्षाके लिए अधर्मियोंसे लडना...
गुरुमंत्र संबंधी भ्रांतिया
कई लोगोंके मनमें गुरुमंत्र संबंधी कुछ भ्रांतियां रहती हैं । आध्यात्मिक परिभाषा का ज्ञान न...
खरा ध्यान किसे कहते हैं और इसके लिए गुरु...
कभी-कभी ध्यानमार्ग का अनुसरण करनेवाले योगी ध्यान का आधार लेते हैं; परंतु जो आत्मप्रेरित है,...
गुरुके कौन-कौनसे प्रकार हैं ?
८.१०.१९९५ के दिन इंदौरमें मैंने (डॉ. जयंत आठवलेने) बाबासे (प.पू. भक्तराज महाराजजीसे) कहा, ‘‘जब आप...
शिष्य के जीवन में गुरुका अनन्यसाधारण महत्त्व !
गुरु का महत्त्व ज्ञात होने पर नर से नारायण बनने में अधिक समय नहीं लगता;...
गुरुकृपा किस प्रकार कार्य करती है ?
गुरु के किसी उद्देश्य के अथवा उनके द्वारा बताई गई किसी सेवा के कार्यकारणभाव को...
शास्त्रमें बताए गुरुद्रोह
गुरु के विषय में परिहासपूर्ण बोलने से शिष्य की अधोगति होती है । हम जैसे...
गुरु के प्रति व्यवहार कैसा हो ?
गुरु के समक्ष हाथ जोडकर खडे रहें, उनके ‘बैठो’ कहने पर बैठें । गुरु की...
गुरुप्राप्ति पश्चात पूजाघर में क्या परिवर्तन करें ?
पूजाघर में गुरु का छायाचित्र अथवा मूर्ति रखनी चाहिए । उसे प्रतिदिन पोंछकर, देवताओं की...
साधना में अति शीघ्र प्रगति का मार्ग कौन सा...
घर-द्वार का त्याग कर गुरुसान्निध्य में रहना साधना में अति शीघ्र प्रगति का मार्ग है...
शिष्य में कौन-से गुण होने आवश्यक हैं ?
आज्ञा की पृष्ठभूमि से शिष्य कदाचित अनभिज्ञ हो; परंतु उसे इस बात का पूर्ण विश्वास...
शिष्य
आध्यात्मिक उन्नति हेतु जो गुरु द्वारा बताई साधना करता है, उसे ‘शिष्य’ कहते हैं ।...
शिष्यभाव का महत्त्व
साधना में साधक के लिए शिष्यभाव में रहना बहुत महत्त्वपूर्ण होता है । वह जब...
गुरुचरणों में प्रतिक्षण कृतज्ञता व्यक्त करना ही खरी गुरुदक्षिणा...
गुरु ही हमारे हृदय में वास कर हमारा प्रतिपालन करते हैं, हमारा हाथ पकडकर हमें...
गुरुकृपा होने के लिए गुरु पर पूर्ण श्रद्धा होना...
यदि किसी में लगन हो, तो उसे गुरु की कृपा अपनेआप मिलती है । गुरु...
कुंभमेला
गंगा नदी, भारतवर्ष की पवित्रता का सर्वश्रेष्ठ केंद्रबिंदु !
‘आर्य सनातन वैदिक संस्कृति’ गंगा के तट पर विकसित हुई, इसलिए गंगा भारतीय संस्कृति का...
क्या गंगा नदी में डुबकी लगाने से हमारे पाप...
लाखों की संख्या में श्रद्धालु गंगा जी में स्नान कर डुबकी लगाते हैं । डुबकी...
दक्षिण भारत के कुंभमेला महामहम महोत्सव का इतिहास
ब्रह्मदेव ने नदियों के पाप धोने के लिए उन्हें एकत्रित कुंभकोणम के तालाब में स्नान...
अखिल भारतवर्ष के कुंभपर्व का धार्मिक महत्त्व !
कुंभपर्व अत्यंत पुण्यकारी होने के कारण इस पर्व में प्रयाग, हरद्वार (हरिद्वार), उज्जैन एवं त्र्यंबकेश्वर-नासिक...
ब्रह्मा, विष्णु एवं शिवजी का रूप है प्रयागराज का...
अमेरिका अथवा अन्य किसी देश में कोई प्राचीन वस्तु मिलनेपर उसका विश्व में ढिंढोरा पीटा...
विश्व का सबसे बडा धार्मिक मेला : कुम्भ मेला
कुम्भ मेला एक प्रकार का धार्मिक मेला है । करोडों हिन्दुओं के जनसमूह की उपस्थिति...
कुंभमेले में विद्यमान कुछ परंपराएं तथा उनका इतिहास !
कुंभपर्व के समय आयोजित धार्मिक सम्मेलन में शस्त्र धारण करने के विषय में निर्णय होकर...
गंगा नदी का माहात्म्य
मृत्यु के उपरांत सद्गति मिले; इस हेतु मृत्यु के समय व्यक्ति के मुख में गंगाजल...
ब्रह्मांड में गंगा नदी की उत्पत्ति एवं भूलोक में...
पुण्यसलिला गंगा की महिमा अपरंपार है ! भौगोलिक दृष्टि से गंगा नदी भारतवर्ष की हृदयरेखा...
गंगानदी से आशीर्वाद पाने के लिए भगीरथ-जैसी भक्ति करो...
गंगा केवल नदी नहीं, श्रेष्ठतम तीर्थदेवी भी है । इसलिए, यह भारतवासियों के लिए प्राणों...
गंगा प्रदूषित करना आध्यात्मिक दृष्टिसे अनुचित !
धर्म-शास्त्रानुसार गंगाकी पवित्रता बनी रहेगी, ऐसा ही प्रत्येकका आचरण होना चाहिए । गंगाकी पवित्रताकी रक्षाके...
कुंभमेलेमें सहभागी होनेवाले विभिन्न अखाडे !
सर्वत्रके कुंभमेलेमें एकत्र होनेवाले सर्व अखाडे उत्तर भारतके हैं । प्रत्येक अखाडेमें महामंडलेश्वर, मंडलेश्वर, महंत...
कुंभमेलेके मूल प्रयोजनका ध्यान रखें !
कुंभमेला धर्मचर्चा करनेके साथ ही श्रद्धालुओंका धर्मप्रबोधन करनेका महत्त्वपूर्ण स्थान है ।
श्रद्धालुओ, कुंभक्षेत्रकी पवित्रता तथा वहांकी सात्त्विकता बनाए रखनेका प्रयास...
कुंभक्षेत्र तीर्थक्षेत्र हैं । वहांकी पवित्रता तथा सात्त्विकता बनाए रखनेका प्रयास करना, यह स्थानीय पुरोहित,...
हरद्वार (हरिद्वार) स्थित विविध क्षेत्रोंकी महिमा
यह उत्तराखंड राज्यके गंगातटपर बसा प्राचीन तीर्थक्षेत्र है । हिमालयकी अनेक कंदराओं एवं शिलाओंसे तीव्र...
सिंहस्थ पर्वमें गोदावरीस्नान अत्यंत पवित्र क्यो माना गया है?
६० सहस्त्र वर्ष भागीरथी नदीमें स्नान करनेसे जितना पुण्य मिलता है, उतना पुण्य गुरुके सिंह...
कुंभमेला : हिंदू संस्कृति अंतर्गत समानताका प्रतीक
प्रयागराज (इलाहाबाद), हरद्वार (हरिद्वार), उज्जैन एवं त्र्यंबकेश्वरनासिक, इन चार स्थानोंपर होनेवाले कुंभमेलोंके निमित्त धर्मव्यवस्थाद्वारा चार...
कुंभमेलेका धार्मिक महत्त्व
करोडोंके जनसमूहकी उपस्थितिमें संपन्न होनेवाले कुंभक्षेत्रके मेले हिंदुओंका विश्वका सबसे बडा धार्मिक मेला है ।...
कुंभपर्व, कुंभपर्व उत्पत्तिकी कथा एवं उनका माहात्म्य
प्रयाग (इलाहाबाद) उत्तरप्रदेशमें गंगा, यमुना एवं सरस्वतीके पवित्र ‘त्रिवेणी संगम’पर बसा तीर्थस्थान है । गंगा...
वैदिक गुरुकुल संस्कृति
गुरुकुल शिक्षापद्धति
आजतक आपने अनेक बार भारत की प्राचीन गुरुकुल शिक्षापद्धति के विषय में सुना होगा ।...
प्राचीन भारतीय ज्ञानपीठोंका गौरवशाली इतिहास !
विद्यापीठ’ का विचार सर्वप्रथम भारत ने ही जगत को दिया । आज वही भारत पश्चिमी...
सर्वश्रेष्ठ राष्ट्र निर्माण करनेवाली वैदिक शिक्षापद्धति !
प्राचीनकाल में हमारे देश में वैदिक शिक्षणपद्धति थी । इसलिए, उस समय भारत सर्वश्रेष्ठ राष्ट्र...
विश्व की हिन्दू संस्कृति
इंडोनेशिया के सुमात्रा द्वीप पर कपूर के वृक्षों की...
हमारे दक्षिण-पूर्व राष्ट्रों के दौरे पर जानकारी मिली की इंडोनेशिया के सुमात्रा द्वीप पर कपूर...
श्रीलंका के जाफना शहर के निकट नैनातीवू द्वीप पर...
प्राचीन काल में नैनातीवू को नागद्वीप नाम से पहचाना जाता था । यहां शक्तिपीठ के...
बौद्धों द्वारा हिन्दू मंदिरों पर किए गए आक्रमणों का...
कैन्डी शहर के इस बौद्ध मंदिर के पिछले भाग में एक संग्रहालय है । १७...
युद्ध के काल में सैनिकों की रक्षा के लिए...
राष्ट्ररक्षा के लिए उस समय के राजा देवताओं की उपासना कर अपने सेना को तंत्र-मंत्र...
मलेशिया की बटू गुफा में कार्तिकेय का विश्वप्रसिद्ध जागृत...
प्राचीन काल में जिसे मलय द्वीप कहते थे, वह है आज का मलेशिया देश !...
बाली में जागृत ज्वालामुखी युक्त अगुंग पर्वत और समुद्रमंथन...
‘अगुंग पर्वत’ अर्थात धधकता और निरंतर जागृत ज्वालामुखी ! यहां प्रत्येक ५-१० मिनटों में राख...
इंडोनेशिया के अद्वितीय प्राचीन मंदिर और उनके निर्माण की...
काल की साक्ष्य में मंदिरों की रचना करने से आज अनेक शताब्दियां बीत जाने पर...
कंबोडिया में एक समय पर अस्तित्व में होनेवाली हिन्दुओं...
७ वीं शताब्दी से लेकर १५ वीं शताब्दी तक जिन्होंने कंबोडिया पर राज्य किया, उस...
लाखों वर्षों का इतिहास प्राप्त और भारत से श्रीलंका...
तलैमन्नार के अंतिम छोर से २ कि.मी. चलते हुए जाने पर रामसेतु के दर्शन होते...
थायलैंड की राजधानी बँकॉक में राजमहल की विशेषताएं !
राजा राम १ के बैंकॉक शहर में राजमहल बनवाने के पश्चात इसकी दीवारों पर रामायण...
मंदिर के निकट श्रीविष्णु की विशाल मूर्ति का लुटेरों...
‘अंकोर वाट’ मंदिर के पश्चिम द्वार के मुख्य प्रवेशद्वार के ३ गोपुरों में से दाईं...
मलेशिया की राजसत्ता पर भारतीय (हिन्दू) संस्कृति का प्रभाव...
ऐतिहासिकदृष्टि से देखने पर दक्षिण-पूर्व एशिया भाग पर प्राचीन भारतीय संस्कृति की पकड थी ।...
५१ शक्तिपीठों में से एक बांगलादेश के सीताकुंड गांव...
चितगांव जिले में निसर्गरम्य स्थान पर पहाडी की तलहटी में बसे सीताकुंड नामक गांव में...
श्रीलंका के पंच ईश्वर मंदिरों में से केतीश्वरम मंदिर...
श्रीलंका के पंचशिव क्षेत्रों में ‘केतीशवरम’ विख्यात है । यह उत्तर श्रीलंका के मन्नार जनपद...
श्रीलंका के हिन्दुओं के सबसे बडे मुन्नीश्वरम मंदिर का...
मुन्नीश्वरम ग्राम श्रीलंका के पुत्तलम जनपद में है । तमिल में ‘मुन्न’ अर्थात ‘आदि’, तथा...
मलेशिया के ३ सिद्धों के जीवसमाधीस्थलों के दर्शन
मलेशिया का नाम पहले मलक्का था । उस समय में वहां का सुल्तान राजा परमेश्वरा...
इंडोनेशिया के जावा द्वीपपर प्रंबनन मंदिर में रामायण नृत्यनाटिका...
भारत से दूर इंडोनेशिया में वहां के लोगों ने अभी तक रामायण नृत्यनाटिका के माध्यम...
श्रीलंका का नगर नुवारा एलिया में राम-रावण युद्ध का...
रामायण में जिस भूभाग को लंका अथवा लंकापुरी कहा गया है, वह स्थान है आज...
परात्पर गुरु डॉ. जयंत आठवलेजी की कृपा से हो...
विज्ञान नहीं, अपितु अध्यात्म ही मानव की खरी उन्नति कर सकता है और उसे आनंद...
इंडोनेशिया में पग-पग पर दिखाई देनेवाले प्राचीन हिन्दू संस्कृति...
एक समय जहां समुद्रमंथन हुआ था, वह भूभाग आज का इण्डोनेशिया है ! १५ वीं...
वर्तमान बौद्ध राष्ट्र होते हुए भी भगवान श्रीविष्णु पर...
कंबोडिया ‘बौद्ध’ राष्ट्र होते हुए भी वहां के लोगों की भगवान श्रीविष्णु और भगवान शिव...
सप्तलोक की संकल्पना पर आधारित और प्रगत स्थापत्य शास्त्र...
१५ वीं शताब्दी तक इंडोनेशिया में हिन्दू राजाआें का राज्य था । किसी समय विश्वभर...
श्रीलंका के एल्ला नगर का ‘रावण प्रपात’ और ‘रावण...
एल्ला नगर से २ कि.मी. की दूरी पर ‘रावणा फॉल्स’ नामक एक प्रपात है ।...
रावणवध के पश्चात ब्रह्महत्या का लगा पाप दूर हो,...
श्रीलंका के हिन्दू अधिकांश उत्तरी श्रीलंका में रहते हैं । इनमें से अधिकांश हिन्दू तमिल...
दक्षिण कैलास कहा जानेवाला श्रीलंका का तिरुकोनेश्वरम् मंदिर
रावणासुर के संहार के पश्चात श्रीराम पुष्पक विमान से अयोध्या लौट रहे थे, तब उनके...
श्रीलंका में बढता हुआ बौद्ध पंथ का प्रभाव तथा...
बौद्ध पंथ एक उपासनापद्धति है तथा वह विशाल हिन्दू धर्म का ही एक अंग है,...
रामायणकाल का इतिहास प्राप्त तथा आज के दिन बौद्धों...
अधिकांश तमिल भाषियों की कुलदेवता कार्तिकेय स्वामी हैं । तमिलनाडू में कार्तिकेय स्वामी के ६...
श्रीलंका में जहां सीतामाता ने अग्निपरीक्षा दी, उस स्थान...
महर्षि अध्यात्म विश्वविद्यालय की ओर से सद्गुरु (श्रीमती) अंजली गाडगीळजी तथा छात्र-साधकों द्वारा की गई...
सीतामाता तथा हनुमानजी के पदस्पर्श से पवित्रत तथा केवल...
रामायण में जिस भूभाग को लंका अथवा लंकापुरी कहा गया है, वह स्थान आज का...
इंडोनेशिया के बाली द्वीप पर स्थित विविध मंदिर और...
इंडोनेशिया के बाली द्वीप पर ८७ प्रतिशत लोग हिन्दू हैं । बाली के मंदिरों को...
आध्यात्मिक स्तर की तथा मनुष्य जीवन के विविध अंगों...
इंडोनेशिया के लोग विविध प्रकार की विशेषतापूर्ण बाटिक नक्काशीवाले कपडों में घूमते हुए दिखाई देते...
हिन्दू देवताओं के चित्रवाले विदेशी पोस्ट के टिकट, पोस्टकार्ड...
विश्व में ऐसे अनेक देश हैं, जिनके पोस्ट के टिकटों पर, चलन के नोटों पर,...
थाईलैंड का प्राचीन नगर – अयुद्धया
प्राचीन काल में जिसे श्याम देश कहा जाता था, वह भूभाग है, आज का थाईलैंड...
कंबोडिया के सीम रीप नगर में स्थित एशिया पारंपरिक...
महाभारत में जिस भूभाग का उल्लेख कंभोज देश किया गया है, वह भूभाग है आज...
कंबोडिया के ‘नोम देई’ गांव में भगवान शिव का...
‘महाभारत में जिस भूभाग को ‘कंभोज देश’ संबोधित किया गया है, वह भूभाग आज का...
कंबोडिया में समराई नामक समुदाय के लिए निर्मित भगवान...
हिन्दू साम्राज्य खमेर के समय समराई नामक एक समुदाय था । यह समुदाय परिश्रम के...
१२ वें शतक के अंत में जयवर्मन राजा (सांतवे)...
बापून मंदिर में जाने के पश्चात हम थाम मंदिर के परिसर के पूर्व की ओर...
कंबोडिया के ‘अंकोर थाम’ परिसर में बौद्ध और हिन्दू...
‘महाभारत में जिस भूभाग को ‘कंभोज देश’ संबोधित किया गया है, वह भूभाग आज का...
कंबोडिया के महेंद्र पर्वतपर उगम होनेवाली कुलेन नदी को...
वास्तव में कंभोज प्रदेश कौंडिण्य ऋषि का क्षेत्र था, साथ ही कंभोज देश एक नागलोक...
११ वे शतक में यशोधरपुरा के राजे उदयादित्यवर्मन (दूसरे)...
अंकोर थाम परिसर के बॅयान मंदिर से कुछ दूरी पर हमें पिरॅमिड के आकार में...
अंकोर वाट : राजा सूर्यवर्मन (द्वितीय) द्वारा कंबोडिया में...
हिन्दु राजा यशोवर्मन द्वारा स्थापित अंकोर नगरी का नाम यशोधरापुरा होना, आगे उसी वंश के...
कंबोडिया बौद्ध राष्ट्र होते हुए भी वहां का राजा...
‘महाभारत में जिस भूभाग को ‘कंभोज देश’ इस नाम से संबोधित किया जाताहै, वह अर्थात्...
विदेशी व्यक्तियों का स्पर्श होने पर सद्गुरु (श्रीमती) अंजली...
सद्गुरु(श्रीमती) अंजली गाडगीळ महर्षि अध्यात्म विश्वविद्यालय की ओर से दक्षिण-पूर्व एशियाई देशों की आध्यात्मिक अध्ययन...
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