सनातन का राष्ट्र रक्षा हेतू कार्य

सनातन संस्था ऋषि-मुनी तथा संत महंतों द्वारा धर्मशास्त्र को आधारभूत मानकर समाज, राष्ट्र तथा धर्म
की उन्नति हेतु जो मार्ग दिखाया, उसके अनुसार कार्य करनेवाली अग्रणी संस्था है । सनातन संस्था का दृष्टिकोण केवल व्यक्ति की पारमार्थिक उन्नति होनेतक सीमित नहीं है । सनातन द्वारा व्यक्ति के साथ- साथ समाज, राष्ट्र तथा धर्म के उत्कर्ष को प्रधानता दी गई है । उसके लिए संस्था अध्यात्मप्रसार करने के साथ-साथ राष्ट्ररक्षा तथा धर्मजागृति के विषय में विविध उपक्रम चलाती है ।
स्व-रक्षा प्रशिक्षण, प्राथमिक उपचार प्रशिक्षण, आपातकालीन सहायता प्रशिक्षणवर्ग और अग्निशमन प्रशिक्षणवर्ग, इन राष्ट्रहित के उपक्रमों का आरंभ सनातन ने १० – १५ वर्ष पहले ही अत्यंत दूर का विचार कर किया है । इस विषय में सनातन के अनेक ग्रंथ भी प्रकाशित हुए हैं । इसी प्रकार, सनातन के साधक अन्य संगठनों के राष्ट्रहित के विविध उपक्रमों में सम्मिलित होते हैं ।
  • स्व-रक्षा प्रशिक्षण
  • अग्निशमन प्रशिक्षणवर्ग
  • भष्टाचार के विरूद्ध आंदोलन
  • राष्ट्रीय ध्वज का अवमान न करों
  • पटाकों के कारण होने वाले नुकसान के बारे में प्रबोधन
  • भूकंप और बाढ़ प्रभावित लोगों का समर्थन करने वाली टीमों में भागीदारी
  • प्राथमिक उपचार प्रशिक्षण
  • आपातकालीन सहायता प्रशिक्षणवर्ग

आदि राष्ट्रहित विषयक कार्य जान लें !

वार्ता