सूर्य नमस्कार योगासनों में सर्वश्रेष्ठ है । सूर्य नमस्कार को एक संपूर्ण व्यायाम माना जाता...
मनुष्य जीवन में समय के जितनी अन्य कोई भी बात महत्त्वपूर्ण है । अंग्रेजी में...
आज की इस भागदौडभरे जीवन में लोगों की जीवनशैली बहुत बिगड चुकी है । लोग...
शौच एवं लघुशंका जैसी कृति करते समय पैरके संपर्कमें आई रज-तमात्मक तरंगोंका पैर धोनेसे जलमें...
रात्रिकालमें तमोगुण प्रबल होता है । ‘भूमिसे प्रार्थना कर ‘समुद्रवसने देवी...’ श्लोक कहकर भूमिपर पैर...
यहांपर हम जानेंगे तिलक धारण करनेके संदर्भमें आचार, संध्याके संदर्भमें आचार, तुलसीको जल देना और...
झुककर कपडे धोनेसे नाभिचक्र निरंतर जागृत स्थितिमें रहता है । वह देहकी पंचप्राणात्मक वायु-वहनको पोषित...
हाथ-पैर धोकर, कुल्ला करनेके उपरांत जनेऊ कानसे हटाएं । इसका आधारभूत शास्त्रीय कारण यह है...
पूर्व दिशाकी ओरसे देवताओंकी सगुण तरंगोंका पृथ्वीपर आगमन होता है । कूडा रज-तमात्मक होता है,...
दिन और रात, इन दो मुख्य कालों में से रात के समय साधना करने में...
संध्यासमय, अर्थात् दीप जलानेके समय देवता व तुलसीके समीप दीप जलानेसे घरके चारों ओर देवताओंकी...
उंगलियोंसे दांत स्वच्छ करते समय दांत स्वच्छ होनेके साथ ही मसूडोंका मर्दन अपनेआप होता है...
स्नानपूर्व आचारोंका अध्यात्मशास्त्रीय आधारसुसंस्कार एवं उत्तम व्यवहारस्नानसे लेकर सांझतकके आचारों का अध्यात्मशास्त्रीय आधारदेवालयमें देवताके प्रत्यक्ष दर्शन तथा तदुपरान्त के कृत्योंका अध्यात्मशास्त्र