‘गुरु-शिष्य परंपरा’ भारत की विशेषता है ! गुरु-शिष्य परंपरा हिन्दू धर्म की सबसे बड़ी विशेषता है ! वर्तमान में अधिकांश लोगों का दैनिक जीवन भागदौड तथा समस्याओं से ग्रसित है । जीवन में मानसिक शांति एवं आनंद प्राप्त करने के लिए कौन-सी साधना निश्‍चित रूप से कैसे करें, इसका जो यथार्थ ज्ञान कराते हैं, वे हैं गुरु !

गुरु की आवश्यकता क्यों…

शंकाओं का निरसन एवं अनुचित विचाराेंका खंडन !

गुरु

शिष्य

सनातन संस्थाके आस्थाकेंद्र ‘प.पू. डॉ. जयंत आठवलेजी’ – द्रष्टा धर्मगुरु एवं राष्ट्रसंत !