समर्थ रामदास स्वामीजी ने दासबोध में कीर्तनभक्ति का वर्णन किस प्रकार किया है !

समर्थ रामदास स्वामीजी ने दासबोध में ‘कीर्तन कैसे होना चाहिए, कीर्तन में कौनसे विषय लेने चाहिए । कीर्तन के लक्षण, महत्त्व एवं फलोत्पत्ति’ के संदर्भ में अत्यंत सुंदरता से बताया है ।

भक्तियोग

प्रस्तुत लेख में भक्तियोग किसे कहते हैं, इस साधना मार्ग की उत्पत्ति, उसकी विशेषताएं आदि के विषय में जानेंगे । भक्त बनने के लिए क्या करना चाहिए; इस विषय में लेख में संक्षेप में बताया गया है ।