प्रयागराज में गणतंत्र दिवस पर लगाई गई क्रांतिकारियों के छायाचित्रों की प्रदर्शनी को जनता का उत्स्फूर्त प्रत्युत्तर !

सनातन संस्था एवं हिन्दू जनजागृति समिति का उपक्रम

प्रदर्शनी स्थल पर फेसबुक लाईव के माध्यम से श्री. अरविंद पानसरे द्वारा रखे गए विषय को १० सहस्र से भी अधिक लोगों ने देखा !

जिज्ञासा के साथ प्रदर्शनी की जानकारी लिखकर ले रहा एक राष्ट्राभिमानी हिन्दू

प्रयागराज (कुंभनगरी, उत्तर प्रदेश) : गणतंत्र दिवस के उपलक्ष्य में २६ जनवरी को सायंकाल ५ बजे अक्षयवट एवं बडे हनुमान मार्गपर हिन्दू जनजागृति समिति की ओर से क्रांतिकारी एवं राष्ट्रपुरुषों के छायाचित्रों की प्रदर्शनी लगाई गई । इसमें छत्रपति शिवाजी महाराज, कृष्णदेवराय, क्रांतिकारी भगतसिंह, चंद्रशेखर आजाद, मंगल पांडे, नेताजी सुभाषचंद्र बोस, स्वतंत्रतावीर सावरकर आदि राष्ट्रपुरुष एवं क्रांतिकारियों का जीवनपट दर्शानेवाले फलक लगाए गए थे । दर्शकों को उनकी जानकारी दी गई । लोगों ने इस प्रदर्शनी का उत्स्फूर्तता से प्रत्युत्तर किया । हिन्दू जनजागृति समिति के महाराष्ट्र राज्य प्रवक्ता श्री. अरविंद पानसरे ने प्रदर्शनीस्थल से फेसबुक लाईव के माध्यम से विषय रखा । उन्होंने कहा,

१. अलिगढ मुस्लिम महाविद्यालय ने हाल ही में तिरंगा यात्रा निकालनेवाले छात्रों को नोटिस दिया है । हम इस घटना की कठोर निंदा करते हैं । राष्ट्रध्वज का सम्मान करनेपर छात्रों को नोटिस देनेवाला अलिगढ मुस्लिम विश्‍वविद्यालय भारत में है अथवा पाकिस्तान में ?

२. अलिगढ मुस्लिम विश्‍वविद्यालय को केंद्र सरकार से अनुदान मिलता है । कोई प्रशासनिक संस्था ही राष्ट्रीय अस्मिता को संजोनेवाले राष्ट्रध्वज के विरुद्ध ऐसा कृत्य करता हो, तो उसकी जांच होनी चाहिए । इस प्रकरण में जो कोई दोषी पाए जाएंगे, उनके विरुद्ध कठोर कार्यवाही की जानी चाहिए ।

क्रांतिकारी और राष्टपुरुषों की प्रदर्शनी का अवलोकन करते हुए एन्सीसी छात्र

३. अलिगढ मुस्लिम विश्‍वविद्यालय ने ‘वन्दे मातरम्’ और ‘भारत माता की जय’ बोलनेपर प्रतिबंध लगा दिया है । समिति इसकी भी कडे शब्दों में निंदा करती है, साथ ही भारत में ‘हिन्दू-मुस्लिम भाई-भाई’ की घोषणा की जाती है । तो यदि हिन्दू-मुसलमान भाई होंगे, तो भारतमाता हम सभी की माता है । उसे माता कहने के लिए यदि मुसलमान विरोध करते हों, तो हम मुसलमानों को भाई क्यों मानें ? ऐसे लोग देशविरोधी वातावरण बना रहे हैं । सरकार को ऐसे लोगों के विरुद्ध कठोर कार्यवाही करनी चाहिए ।

४. इसके निषेध के रूप में, साथ ही भारतीयों में राष्ट्रप्रेम बढे; इसके लिए हमने राष्ट्रध्वज का अभियान चलाया है ।

फेसबुक से सीधा प्रसारण आरंभ होने के १० मिनटों के अंदर ही लगभग २ सहस्र लोगों ने इस कार्यक्रम का सीधा प्रसारण देखा, तो आधे घंटे में ४ सहस्र ५०० से भी अधिक दर्शकों ने इस सीधे प्रसारण को देखा । २७ जनवरीतक १० सहस्र से भी अधिक लोगों ने इस वीडियो को देखा ।

स्रोत : दैनिक सनातन प्रभात

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