गाजियाबाद (उत्तर प्रदेश) – देश में सुधार लाने के लिए हिन्दुआें द्वारा चुने हुए शासनकर्ता अब हिन्दुआें के ही मूलपर उठ गए हैं । केंद्र की सरकार अनुसूचित जाती तथा जनजातियों के लिए विधि बनाकर सामाजिक अराजक फैला रही है । धर्म तथा राजधर्म का पाठ न पढे हुए शासनकर्ता किस प्रकार से दिशाहीन बन जाते हैं, यह इससे प्रमाणित होता है । ऐसे दिशाहीन राज्यकर्ताआें के लोकतंत्र की अपेक्षा हिन्दुआें को धर्मनिष्ठ हिन्दू राष्ट्र चाहिए । सनातन संस्था के प्रवक्ता श्री. चेतन राजहंस ने ऐसा प्रतिपादित किया । गाजियाबाद में आयोजित हिन्दू संगठन बैठक में वे ऐसा बोल रहे थे ।
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दिशाहीन राज्यकर्ताआें के लोकतंत्र की अपेक्षा हिन्दुआें को धर्मनिष्ठ हिन्दू राष्ट्र चाहिए ! – चेतन राजहंस
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