चिरंतन सनातन !

गत कुछ दिनों से कुछ राजनेताओं ने सनातन धर्म पर अश्लील टीका-टिप्पणी हो रही है । तमिलनाडु में द्रमुक पक्ष के क्रीडामंत्री और मुख्यमंत्रीपुत्र उदयनिधि स्टैलिन ने ‘सनातन धर्मविरोधी परिषद’में कहा था कि ‘सनातन धर्म का डेंग्यू, मलेरिया समान उच्चाटन होना चाहिए ।

सनातन संस्था की ओर से कृष्ण जन्माष्टमी के पावन अवसर पर ग्रंथ प्रदर्शनी का आयोजन

सनातन संस्था की ओर से श्री कृष्ण जन्माष्टमी के अवसर पर हरियाणा राज्य के फरीदाबाद जिले में अलग अलग स्थानों पर ग्रंथ प्रदर्शनी लगाई गई ।

मार्च २०२३ से आध्यात्मिक स्तर पर उपाय करने का स्थान सिर पर आना, अर्थात वह स्थान मस्तिष्क से, अर्थात कृति से संबंधित होना

अनिष्ट शक्तियों ने कालानुसार साधकों पर आक्रमण करने में चाहे कितने भी तरीके अपनाए, तब भी गुरुकृपा से योग्य उपाय  मिलते जाते हैं । इसलिए साधक अनिष्ट शक्तियों पर मात कर सकते हैं । इसके लिए मैं श्रीगुरुचरणों में कोटि-कोटि कृतज्ञता व्यक्त करता हूं ।

कृष्ण जन्माष्टमी (Krishna Janmashtami 2023)

गोकुलाष्टमी की तिथि पर श्रीकृष्ण का तत्त्व पृथ्वी पर नित्य की तुलना में १००० गुना अधिक कार्यरत होता है । इस तिथि पर गोकुलाष्टमी का उत्सव मनाने तथा ॐ नमो भगवते वासुदेवाय । नामजप आदि उपासना भावपूर्ण रूप से करने पर नित्य की तुलना में अधिक मात्रा में कार्यरत कृष्णतत्त्व का लाभ मिलता है ।

सनातन संस्था की ओर से मथुरा के मान्यवरों को रक्षाबंधन के अवसर पर राखी बांधी गई ।

रक्षा बंधन के पावन अवसर पर सनातन संस्था की ओर से रमन लाल शोरावाला पब्लिक स्कूल के प्रधानाचार्य श्री राजेश कुमार शर्मा तथा उप प्रधानाचार्य श्री प्रभात सिंह को रक्षा बंधन निमित रक्षा सूत्र बांधा गया । इसके साथ ही श्री राजीव श्रीवास्तव जी, भूतपूर्व प्रबंधक श्री कृष्ण जन्म भूमि मथुरा, उत्तर प्रदेश को रक्षाबंधन निमित रक्षा सूत्र बांधा गया

दिल्ली में हिंदुत्वनिष्ठ मान्यवरों को सनातन संस्था की ओर से राखी बांधी !

सुदर्शन न्यूज के प्रधान संपादक, श्री सुरेश चव्हाणके जी को सनातन संस्था की प्रवक्ता, कु. कृतिका खत्री ने रक्षा सूत्र बांधकर ईश्वर से उनकी लंबी आयु की एवं सतत धर्म के लिए कार्यरत रहने के लिए बल मिलने की प्रार्थना की ।

‘आंख आना’ के लक्षण एवं उस पर उपाय

आंखें आना, यह आंखों का एक संक्रामक रोग है । वर्तमान में अनेक भागों में यह रोग फैला है और उसका संक्रमण शीघ्रता से हो रहा है । सर्व आयु के व्यक्ति प्रमुखरूप से बच्चे इस बीमारी से ग्रस्त हैं ।

परात्पर गुरु डॉ. आठवलेजी के अपने एक  हाथ की उंगलियां पानी में डुबोने पर उसमें विविध रंगों की निर्मिति होना एवं उसके आध्यात्मिक विश्लेषण !

हाथ की कनिष्ठा से अंगूठे तक की सभी उंगलियों में पृथ्वी, आप, तेज, वायु एवं आकाश, यह पंचतत्त्व होते हैं । पानी में उंगली डुबोनेवाले व्यक्ति के आध्यात्मिक स्तर अनुसार विविध रंग दिखाई देते हैं ।

परात्पर गुरु डॉ. आठवलेजी के चरणों के एवं हाथों की उंगलियों के नखों में हुआ परिवर्तन एवं उसके पीछे का अध्यात्मशास्त्र !

परात्पर गुरु डॉ. आठवलेजी के चरणों के एवं हाथों की उंगलियों के नखों पर खडी रेखाएं एवं नख के मूल से ऊपर जानेवाली गुलाबी रंग की अर्धवर्तुलाकार २ – ३ वलयों का स्पर्श खुरदरा लगना एवं इन रेखाओं का उठावदारपना बढने के पीछे अध्यात्मशास्त्र !

‘दोनों हथेलियों की एकत्रित मुद्रा’ कर शरीर पर से कष्टदायक शक्ति का आवरण निकालने की पद्धति !

गुरुकृपा से ही शरीर पर से आवरण निकालने की इन पद्धतियों को ढूंढ पाए । इसके लिए हम साधक श्री गुरु के श्रीचरणों में कृतज्ञता व्यक्त करते हैं ।