देवालय का महत्त्व

प्रत्यक्ष ईश्वरीय ऊर्जा के आकर्षण, प्रक्षेपण एवं संचारण के केंद्र होते हैं ‘देवालय’ । इसलिए देवालय से ईश्वरीय ऊर्जा निरंतर आकर्षित होती है तथा उसका प्रक्षेपण सर्व दिशाओं में होता है ।

नामजप के लाभ

ईश्वर का नाम, साधना की नींव है । अपने जीवन में नामजप से शारीरिक एवं मानसिकदृष्टि से क्या-क्या लाभ होते हैं, यह देखेंगे ।

उज्जैन के कार्तिक मेले में सनातन संस्था एवं हिन्दू जनजागृति समिति की ओर से जनजागृति !

यहां की महापालिका की ओर से प्रतिवर्ष होनेवाले विख्यात कार्तिक मेले में ८ से ११ दिसंबर की अवधि में सनातन संस्था एवं हिन्दू जनजागृति समिति की ओर से प्रदर्शनी द्वारा जनजागृति की गई । इसके लिए मेले में एक कक्ष खडा कर उसमें आचारधर्म, राष्ट्र-धर्म, इत्यादि विषयोंपर फ्लेक्स फलक लगाए गए ।

देश पर आया संकट एवं स्त्रियों पर बढते अत्याचारों को प्रतिबंधित करने हेतु ’हिन्दू राष्ट्र’ की स्थापना अनिवार्य है ! – श्रीमती पल्लवी लांजेकर, सनातन संस्था

आज यदि राष्ट्र बचा, तो समाज बचेगा एवं समाज बचा, तो हम बच सकते हैं । देश के सामने आए अनेक संकट एवं स्त्रियों पर बढते अत्याचारों को प्रतिबंधित करना है, तो ’हिन्दू राष्ट्र’ स्थापित करना अपरिहार्य है । सनातन संस्था की जिलासेविका श्रीमती पल्लवी लांजेकर ने ऐसा प्रतिपादित किया ।

देहली : सनातन संस्था एवं हिन्दू जनजागृति समिति की ओर से केंद्रीय भारी उद्योगमंत्री श्री. अनंत गीते से भेंट

सनातन संस्था की ओर से हालही में भारी उद्योगमंत्री तथा शिवसेना सांसद अनंत गीते से भेंट की गई । इस समय उनको राष्ट्र एवं धर्म की समस्याआें के संदर्भ में अवगत कराया गया । इसपर उन्हों ने शिवसेना सांसदों द्वारा संसद में इन विषयों को निश्‍चितरूप से रखे जाने का आश्‍वासन दिया ।

सनातन संस्था के लिए मेरे आशीर्वाद तो निरंतर ही रहेंगे ! – शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वती

६ दिसम्बर को प्रात: अधिवक्ता श्री. रवि शिराळकर के निवास पर सनातन संस्था के साधक तथा हिन्दू जनजागृति समिति के कार्यकर्ताओं ने शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वतीजी का दर्शन लेकर आशीर्वाद लिये।

आनेवाले आपातकाल में ‘प्रथमोपचार पद्धति’ ही एक ‘संजीवनी’ के रूप में सिद्ध होगी ! – श्री. चेतन राजहंस, प्रवक्ता, सनातन संस्था

वास्तविक रूप में शासनकर्ताओं को नागरिकों को प्रथमोपचार निःशुल्क उपलब्ध करा देना चाहिए; परंतु आज के राज्यकर्ता अपने इस कर्तव्य से दूर हट गए हैं। अतः समय की मांग को पहचानकर सनातन संस्था ने प्रथमोपचार प्रशिक्षण की, समाज सहायता के इस उपक्रम को प्रारंभ किया है।

सावधान मित्रो, यदि खाने-पीने की वस्तुआें के पैकेटों पर निम्नांकित कोड लिखे हैं, तो उसमें ये चीजें मिली हुई हैं –

सावधान मित्रो, यदि खाने-पीने की वस्तुआें के पैकेटों पर निम्नांकित कोड लिखे हैं, तो उसमें ये चीजें मिली हुई हैं – EE 322 – गाय का मांस

योग यूनेस्को की प्रतिष्ठित सांस्कृतिक धरोहर की लिस्ट में हुआ सम्मिलित, २४ देशों ने किया समर्थन

योग भारत की प्राचीनतम विधा है। हाल के दिनों में योग को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पसंद किया जा रहा है। भारत सरकार की पहल पर पूरा विश्व २१ जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस भी मना चुकी है। कल (गुरुवार) इसे संयुक्त राष्ट्र की अनुषंगी इकाई यूनेस्को ने सांस्कृतिक धरोहरों की सूची में सम्मिलित कर लिया है।

चैतन्यमयी गोदुग्ध, घी, गोमय एवं गोमूत्र का उपयोग कर विदेश में जानेवाला धन बचाएं !

गोसेवा से संतान प्राप्त होती है । गोबर का उपयोग खाद के रूप में करने से अन्नरूपी लक्ष्मी की प्राप्ति होती है । केवल दूध-घी ही नहीं; अपितु गोमूत्र भी आरोग्यदायी और रोगनाशक है ।