चेन्नई में पारिवारिक स्नेहसम्मेलन में सनातन संस्था द्वारा मार्गदर्शन

बीएनआय’ इस व्यापारी गुंट ने ७ अप्रैल २०१८ को यहां के एक रिसॉर्ट में पारिवारिक स्नेहसम्मेलन का आयोजन किया था । इस कार्यक्रम में सनातन संस्था द्वारा मार्गदर्शन किया गया ।

गणेशमूर्तियों के विसर्जन से जल-प्रदूषण होता है यह कहनेवालो, नगरों के नालों से होनेवाले भीषण जलप्रदूषण का भी विचार करें !

सहस्रों वर्ष से होनेवाले गणेशमूर्तियों के विसर्जन से कभी पर्यावरण की हानि नहीं हुई । परंतु, अपने उदय के पश्चात केवल १०० वर्ष में विज्ञान ने पर्यावरण की अपार हानि कर डाली ।

कांची कामकोटी पिठ के जगद्गुरु शंकराचार्य श्री विजयेंद्र सरस्वती के करकमलों से सनातन संस्था के तमिळ भाषा के संकेतस्थल का अनावरण

हालहीमें कांची कामकोटी पिठ के जगद्गुरु शंकराचार्य श्री विजयेंद्र सरस्वती के करमकलों से सनातन संस्था के तमिळ भाषा के संकेतस्थल का अनावरण हुआ ।

कंबोडिया बौद्ध राष्ट्र होते हुए भी वहां का राजा नरोदोम सिंहमोनी के राजवाडे में सर्व चिह्न ‘सनातन हिन्दु धर्म’ से संबंधित हैं !

‘महाभारत में जिस भूभाग को ‘कंभोज देश’ इस नाम से संबोधित किया जाताहै, वह अर्थात् वर्तमान का कंबोडिया देश ! यहां १५ वे शतक तक हिन्दु निवास करते थे । ऐसा कहा जाता है कि, ‘खमेर नामक हिन्दु साम्राज्य यहां वर्ष ८०२ से १४२१ तक था ।’ वास्तविक कंभोज प्रदेश कौडिण्य ऋषि का क्षेत्र था, साथ ही कंभोज देश नागलोक भी था ।

स्वामी विवेकानंदजी का उनके गुरु के प्रति उत्कट भाव !

वर्ष १८९६ में स्वामी विवेकानंद आगनांव से (जहाज से) नॅप्लस से कोलंबो की ओर आ रहे थे । उनके सहयात्रियों में दो ईसाई धर्मगुरु थे । अकारण वे हिन्दु धर्म तथा ईसाई पंथ में होनेवाले भेद इस विषय पर चर्चा विवाद करने लगे ।

मीठे पदार्थ भोजन के प्रारंभ में खाने चाहिए या अंत में ?

आयुर्वेद के अनुसार मिष्ठान्न अर्थात मीठे पदार्थ भोजन के प्रारंभ में खाने चाहिए । जिससे वात का शमन होता है तथा पचनक्रिया में बाधा नहीं आती ।

विदेशी व्यक्तियों का स्पर्श होने पर सद्गुरु (श्रीमती) अंजली गाडगीळ को अनुभव हुआ सात्त्विक स्पर्श और असात्त्विक स्पर्श में भेद !

सद्गुरु(श्रीमती) अंजली गाडगीळ महर्षि अध्यात्म विश्‍वविद्यालय की ओर से दक्षिण-पूर्व एशियाई देशों की आध्यात्मिक अध्ययन यात्रा की । उसके अंतर्गत विविध देशों में अनेक स्थानों पर जाकर वहां की प्रथा-परंपराएं , संस्कृति आदि विषय की जानकरी लेने की सेवा वे कर रही है । उस समय वहां विविध देशों से आए अनेक पर्यटक भी होते हैं ।

प.पू. डॉक्टरजी द्वारा निर्मित रामनाथी आश्रम का महर्षि द्वारा विविध उपमा देकर किया गया वर्णन

रामनाथी आश्रम साक्षात श्रीमत् नारायण का वैकुंठ लोक है; क्योंकि अवतार लीला करनेवाले भगवान श्रीकृष्ण यहां प्रत्यक्ष विराजमान हैं । 

जनसामान्यों में राष्ट्ररक्षा एवं धर्मजागृति के विषय में क्रियाशीलता उत्पन्न करनेवाले उद्बोधक ध्वनिचित्रचक्रिकाएं (व्हिडीआे सीडी) दिखाने हेतु प्रोजेक्टरों की आवश्यकता !

हिन्दू राष्ट्र की स्थापना के लक्ष्य को साकार बनाने हेतु सनातन संस्था प्रतिबद्ध है । विविध ग्रंथ, सनातन प्रभात नियतकालिक, साथ ही उद्बोधक ध्वनिचित्रचक्रिकाआें के माध्यम से संस्था की ओर से राष्ट्र एवं धर्म के विषय में जनसामान्यों में जागृति की जा रही है ।

सनातन का आश्रम अद्भुत है ! – साध्वी प्रज्ञासिंह ठाकुर

५ अप्रैल को रात्रि यहां के सनातन के आश्रम में मालेगांव बमविस्फोट प्रकरण में जमानत पर मुक्त हुई प्रखर धर्मनिष्ठ साध्वी प्रज्ञासिंह ठाकुर साध्वीजी का शुभागमन होने के पश्चात् साधकों ने उनका भावपूर्ण स्वागत किया ।