राष्ट्रप्रेमियो एवं धर्मप्रेमियो, ‘हिन्दू राष्ट्र’ स्थापित करने हेतु प्रतिदिन भावपूर्ण सेवा करने से ही हिन्दू राष्ट्र स्थापित होगा

‘अधिकांश राष्ट्र एवं धर्मप्रेमी कोई अवसर आने पर ही कार्य करते हैं, उदा. गोरक्षकों को गाय के कत्तलखाने में जाने के संदर्भ में ज्ञात होते ही वे कार्यरत होते हैं । अयोध्या में राममंदिर, गंगाप्रदूषण इत्यादि के संदर्भ में कार्य करनेवाले कभी कभार कार्य करते हैं । यदि ‘हिन्दू राष्ट्र’ स्थापित करने का ध्येय साध्य करना है, तो ऐसा कार्य करने से नहीं चलेगा । नौकरी करनेवाले को प्रतिदिन ३ – ४ घंटे तो कार्य करना ही चाहिए । नौकरी न करनेवालों को तो प्रतिदिन ८ -१० घंटे कार्य करना ही चाहिए । यदि कार्य नामजप करते हुए किया गया, तो ही उसे ‘साधना’ कहना संभव है । इस कार्य को ईश्वर का आशीर्वाद मिलेगा एवं कुछ वर्षों में ही ‘हिन्दू राष्ट्र’ की स्थापना होगी !’
-(परात्पर गुरु) डॉ. जयंत आठवले

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