एकरूपता की प्रक्रिया !

एक बूंद पानी समुद्र में डालें, तो वह समुद्र से एकरूप हो जाता है । उसी प्रकार राष्ट्रभक्त राष्ट्र से एकरूप होता है तथा साधक परमात्मा से एकरूप होता है ।

– (परात्पर गुरु) डॉ. आठवले

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