सनातन आश्रम, ऋषि-मुनियों का तपोस्थान !

सनातन के रामनाथी आश्रम का स्थान ऋषि-मुनियों का तपोस्थान है । मेरे आश्रम निवास में मुझे इसकी प्रतीती हो रही है । मेरे जीवन का यह काल, एक महान कार्य के लिए दिया गया है ।

टाटानगर के संत पू. विद्यानंद सरस्वतीजी का सनातन संस्था को सहयोग देने का आश्‍वासन

पू. (डॉ.) पिंगळेजीने २६.१०.१५ को टाटानगर में जूना आखाडा के अंतरराष्ट्रीय प्रवक्ता श्री महंत विद्यानंद सरस्वती महाराजजी की भेंट ली । तब उन्होंने सनातन के कार्य को आशीर्वाद दिए ।

राजस्थान एवं उत्तरप्रदेश में धर्मशिक्षा फलक एवं ग्रंथ प्रदर्शनी !

दादरी में आयोजित रामलीला तथा बीकानेर के श्री करणीमाता मंदिर में सनातन संस्था एवं हिन्दू जनजागृति समिति द्वारा धर्मप्रसार किया गया ।

सनातन संस्था द्वारा योग शिविर में धर्मशिक्षा प्रदान !

यहां भारत स्वाभिमान पतंजली योग समिति की ओर से योग शिविर का आयोजन किया गया था । इस शिविर में उन्होंने सनातन संस्था को दो दिन आध्यात्मिक जानकारी देने के लिए आमंत्रित किया था ।

जमशेदपुर के विद्यालयों में दीपावली पर प्रबोधन !

दीपावली के अवसर पर सनातन संस्था एवं हिन्दू जनजागृति समिति द्वारा जमशेदपुर के कुछ पाठशालाआें में कुल २५०० विद्यार्थियों का शुभ-दीपावली, सुरक्षित दीपावली अभियान के अंतर्गत प्रबोधन किया गया ।

सनातन के कार्य को सदैव आशीर्वाद – राष्ट्रसंत प.पू. भैय्यूजी महाराज

सनातन का कार्य अच्छा है एवं सनातन को सदैव मेरे आशीर्वाद हैं । राष्ट्रसंत प.पू.भैय्यूजी महाराज ने ऐसा प्रतिपादन किया ।

सनातन संस्था की स्थापना, उद्देश्य एवं विशेषताएं

अंतरराष्ट्रीय ख्यातिप्राप्त संमोहन चिकित्सा विशेषज्ञ परात्पर गुरु डॉ. जयंत बाळाजी आठवलेजी ने २२.३.१९९९ को सनातन संस्था की स्थापना की ।

सनातन संस्था को मेरा सदैव आशीर्वाद – जगद्गुरु श्री रामानंदाचार्य स्वामी नरेंद्राचार्य महाराज

मुंबई में जगद्गुरु श्री रामानंदाचार्य स्वामी नरेंद्राचार्य महाराज का प्रवचन एवं दर्शन समारोह का आयोजन किया गया था। तदुपरांत हुई सनातन के साधकोंसे भेंट के समय सनातन संस्थापर आई बंदी के संकट के संदर्भ में उन्होंने कहा कि, ‘चिंता न करें ! ऐसा कुछ नहीं होगा।