संत भक्तराज महाराज और परात्पर गुरु डॉ. आठवलेजी के चित्र बनाते समय भावस्थिति का अनुभव होना

चित्र बनाते समय मैं भावस्थिति का अनुभव कर रहा था और मुझे इस स्थिति का पुनः-पुनः अनुभव करने का अवसर मिले; इसके लिए मैंने और दो चित्र बनाए । एक चित्र बनाने में मुझे लगभग ५ – ६ दिन लगे ।

आकाश में बिजली कडक रही हो, तो निम्नांकित सावधानियां बरतकर सुरक्षित रहें !

खुले आकाश के नीचे (उदा. मैदान, समुद्रतट आदि), साथ ही बिजली के खंभे, मोबाईल टॉवर, दलदलवाले स्थान, पानी की टंकी, टीन का शेड आदि स्थानों पर न रुकें ।

चक्रवात जैसी प्राकृतिक आपदा का सामना करने हेतु आवश्यक पूर्वतैयारी तथा प्रत्यक्ष संकटकालीन स्थिति में आवश्यक कृत्य

आज विज्ञान ने भले ही सभी क्षेत्रों में प्रगति कर ली हो; परंतु चक्रवात जैसी प्राकृतिक आपदा को रोकना मनुष्यशक्ति के परे है । ऐसे समय में स्थिर रहकर मनोबल टिकाए रखना ही हमारे हाथ में होता है ।

दिनभर की विभिन्न कृतियों में भी हम कैसे भाव रख सकते हैं ?

आज से हम जो भी कृति करेंगे वह ईश्वर का स्मरण करते हुए और जैसी ईश्वर को अच्छी लगेगी, वैसी करेंगे । फिर हम उसे ईश्वर को समर्पित करेंगे ।

कोरोना के समय में श्रीमद्भगवद्गीता से शक्ति और शांति मिलेगी ! – अमेरिका में भारतीय वंश की सांसद तुलसी गेबार्ड

हमें भगवद्गीता में भगवान श्रीकृष्ण द्वारा सिखाए गए भक्तियोग और कर्मयोग के पालन से शक्ति और शांति मिल पाएगी, ऐसा वक्तव्य अमेरिका की प्रथम हिन्दू सांसद तुलसी गेबार्ड ने किया ।

सनातन संस्था और हिन्दू जनजागृति समिति की ओर से ‘सनातन प्रभात’ के पाठकों के लिए ‘ऑनलाईन’ सत्संग

सनातन संस्था और हिन्दू जनजागृति समिति की ओर से पाक्षिक ‘सनातन प्रभात’के हिन्दी भाषा के पाठकों के लिए नियमित ‘ऑनलाईन’ साप्ताहिक सत्संग प्रारंभ किया गया है ।

काल के पदचिन्ह पहचानकर उद्योगपति अपनी योजना करें ! – श्री. चेतन राजहंस, सनातन संस्था

आनेवाला काल भीषण है । इसलिए कोई भी निर्णय लेते समय इसका अनुभूति होना आवश्यक है । उद्योगपति राष्ट्र का आधारस्तंभ हैं ।

शिक्षकों के साधना करने पर वे सुजान नागरिक बनाने में महत्त्वपूर्ण योगदान दे सकेंगे ! – सद्गुरु (कु.) स्वाती खाडये, सनातन संस्था

सनातन संस्था की ओर से संगणकीय प्रणाली द्वारा शिक्षक शिविर का आयोजन किया गया था  ।

‘सनातन डॉट ऑर्ग’ जालस्थल के मलयालम भाषा का तेलंगाना चिलकूर बालाजी मंदिर के मुख्य पुजारी सी. एस. रंगराजन के करकमलों से लोकार्पण

सनातन संस्था के सनातन डॉट ऑर्ग जालस्थल का  मलयालम भाषा में लोकार्पण तेलंगाना चिलकूर बालाजी ‘मंदिर के मुख्य पुजारी श्री. सी.एस. रंगराजन के करकमलों द्वारा २८ जून को मंदिरों का नियंत्रण धर्मनिरपेक्ष सरकार के हाथों में क्यों ?’, इस विषय पर ‘ऑनलाइन’ परिसंवाद में संपन्न हुआ ।