सनातन संस्था की प्रवक्ता तथा सनातन प्रभात के प्रतिनिधि मुंबई में राज्यमंत्री रविंद्र रायकर के हस्तों सम्मानित !

जय महाराष्ट्र समूह की ओरसे इस वर्ष १९ मई को आयोजित कार्यक्रम में शिवसेना विधायक, महाराष्ट्र राज्य के गृहनिर्माण तथा तंत्रशिक्षा राज्यमंत्री, साथ ही रत्नागिरी जनपद के जनपदमंत्री श्री. रविंद्र रायकर के हस्तों सनातन संस्था की प्रवक्ता श्रीमती नयना भगत तथा सनातन प्रभात के प्रतिनिधि श्री. प्रथमेश कुडव को शॉल, प्रशस्तिपत्रक एवं सम्मानचिन्ह देकर सम्मानित किया गया ।

रामनाथी, गोवा के सनातन आश्रम में रहनेवाली कुसुम जलतारेदादी (आयु ८० वर्ष) सनातन के ९५वें संतपदपर विराजमान !

वैशाख कृष्ण पक्ष चतुर्थी ( संकष्ट चतुर्थी) अर्थात २२ मई २०१९ को संपन्न एक समारोह में कुसुम जलतारेदादीजी (आयु ८० वर्ष) के सनातन के ९५वें संतपदपर विराजमान । आश्रम में सेवारत कु. गुरुदास घोडके (आयु १३ वर्ष) तथा आश्र ममें वाहनोंका नियोजन और देखभाल करनेवाले श्री. परशुराम पाटिल (आयु ५० वर्ष) ये दोनों साधकों द्वारा ६१ प्रतिशत आध्यात्मिक स्तर प्राप्त कर जन्म-मृत्यु के चक्र से मुक्त हो गए ।

ईश्वर से प्रार्थना करनेके विविध उदाहरण !

देवद, पनवेल के सनातन आश्रम में रहकर सेवा करनेवाले श्री. भालचंद्र जोशी को सूझी प्रार्थनाएं इस लेख में प्रस्तुत कर रहे हैं !

तन, मन एवं धन अर्पित कर गुरुसेवा करनेवाले तथा हिन्दू राष्ट्र स्थापनाका निदिध्यास रखनेवाले डिगस (जनपद सिंधुदुर्ग, महाराष्ट्र)के बन्सीधर तावडे सनातनके ९३वें संतपदपर विराजमान !

वैशाख पूर्णिमा अर्थात १८ मई २०१९को यहां गुरुपूर्णिमाके उपलक्ष्यमें आयोजित सत्संगसमारोहम में सनातन के सद्गुरु सत्यवान कदमजीने सभीको डिगस (तहसील कुडाळ)के श्री. बन्सीधर तावडे (आयु ७९वर्ष) सनातनके ९३वें संतपदपर विराजमान होनेका शुभसमाचार दिया ।

श्रीविष्णुजी के दिव्य शरीरपर विद्यमान ‘श्रीवत्स’ चिन्ह

‘महर्षि व्यासजी ने श्रीमद्भागवत में लिखा है, ‘‘वैकुंठ में सभी लेग श्रीविष्णुजी की भांति दिखते हैं । केवल एक ही बात ऐसी है कि केवल श्रीविष्णुजी के शरीरपर ही ‘श्रीवत्स’ चिन्ह है ।

‘सत्यनारायण’ कथा का उद्गम स्थान तथा तीर्थस्थान‘नैमिषारण्य’ की महिमा !

उत्तर प्रदेश राज्य की राजधानी लक्ष्मणपुरी (लखनऊ) से ९० कि.मी. की दूरीपर सीतापुर जनपद में नैमिषारण्य स्थित है । वह गंगा नदी के गंगानदी की उपनदी गोमती नदी के बाएं तटपर स्थित है ।

कुमकुम (सौभाग्यालंकार)

आजकल की बुद्धिवादी स्त्रियां पति के निधन के उपरांत कुमकुम लगाती हैं, यह सोच कर कि इसमें कोई आपत्ति नहीं है । इस कृत्य से मृत पति की एवं उस विधवा की आध्यात्मिक स्तर पर हानि हो सकती है । इसलिए ‘हिंदू धर्म के विधिवत शास्त्र शुद्ध संस्कारों के पालन में ही हमारा कल्याण है’, यह समझकर धर्म के आगे अपनी बुद्धि न चलाकर धर्मपालन की ओर गंभीरता पूर्वक ध्यान दें ।’

सनातन आश्रम की कोटा फर्शपर अपनेआप उभरे ॐ के आसपास श्‍वेत वलय बनना

परात्पर गुरु डॉ. आठवलेजी के निवासवाले गोवा के सनातन आश्रम में लगाए गए कोटा फर्श पर वर्ष २०१३ में कुछ स्थानों पर अपनेआप ॐ अंकित हुआ था । १५.१२.२०१७ को परात्पर गुरु डॉ. आठवलेजी को इस ॐ के आसपास श्‍वेत वलय बनने की घटना दिखाई दी ।

मलेशिया के ३ सिद्धों के जीवसमाधीस्थलों के दर्शन

मलेशिया का नाम पहले मलक्का था । उस समय में वहां का सुल्तान राजा परमेश्‍वरा अपनी नई राजधानी की खोज करते-करते मलक्का गांव के पास आया ।

सोलापुर (महाराष्ट्र) की सनातन संस्था की ६६वीं संत पू. नंदिनी मंगळवेढेकरजी (आयु ७८ वर्ष) की साधनायात्रा !

विविधतापूर्ण सेवाएं करनेवाली तथा परात्पर गुरु डॉ. आठवलेजी के निरंतर साथ होने की अनुभूति करनेवाली सनातन की संत पू. नंदिनी मंगळवेढेकर की साधनायात्रा को उन्हीं के शब्दों में जान लेते हैं ।