रामनाथी, गोवा के सनातन आश्रम में रहनेवाली कुसुम जलतारेदादी (आयु ८० वर्ष) सनातन के ९५वें संतपदपर विराजमान !

परात्पर गुरु डॉ. आठवलेजी द्वारा साधकोंपर आनंद एवं चैतन्य की वर्षा !

कु. गुरुदास घोडके एवं श्री. परशुराम पाटिल ने प्राप्त किया ६१ प्रतिशत आध्यात्मिक स्तर !

 

पू. कुसुम जलतारेदादीजी

 

सनातन आश्रम, रामनाथी (गोवा), २२ मई (संवाददाता) : परात्पर गुरु डॉ. आठवलेजी ने अपने ७७वें जन्मोत्सव के उपलक्ष्य में साधकों को श्री सत्यनारायणरूप में दर्शन कर धन्य किया । इस आनंदमय एवं चैतन्यमय वातावरण सर्वत्र फैला था, उसी समय और एक समारोह के माध्यम से इस आनंद और चैतन्य में और बढोतरी हुई । वैशाख कृष्ण पक्ष चतुर्थी ( संकष्ट चतुर्थी) अर्थात २२ मई २०१९ को संपन्न एक समारोह में कुसुम जलतारेदादीजी (आयु ८० वर्ष) के सनातन के ९५वें संतपदपर विराजमान होने का शुभसमाचार दिया गया । इस समारोह में सद्गुरु (श्रीमती) बिंदा सिंगबाळजी ने माल्यार्पण कर तथा भेंटवस्तुएं देकर पू. कुसुम जलतारेदादीजी को सम्मानित किया । इस घोषणा के साथ ही आश्रम में सेवारत कु. गुरुदास घोडके (आयु १३ वर्ष) तथा आश्र ममें वाहनोंका नियोजन और देखभाल करनेवाले श्री. परशुराम पाटिल (आयु ५० वर्ष) ये दोनों साधकों द्वारा ६१ प्रतिशत आध्यात्मिक स्तर प्राप्त कर उनके जन्म-मृत्यु के चक्र से मुक्त हो जाने की भी घोषणा की गई । सनातन के संत पू. (डॉ.) मुकुल गाडगीळजी ने कु. गुरुदास घोडके एवं श्री. परशुराम पाटिल को भेंटवस्तुएं प्रदान कर सम्मानित किया ।

इस अवसरपर साधकों ने आध्यात्मिक उन्नति की उडान भरनेवाली पू. कुसुम जलतारेजी, कु. गुरुदास घोडके एवं श्री. परशुराम पाटिल की गुणविशेषताएं विशद की । इस समारोह का सूत्रसंचालन ६७ प्रतिशत आध्यात्मिक स्तर प्राप्त कु. प्रियांका लोटलीकर ने किया ।

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