परात्पर गुरु डॉ. आठवलेजी के कार्य के विषय में मान्यवरों द्वारा निकाले गए उद्गार !

आज जानबूझकर, आस्था के साथ एवं ईश्‍वरीय प्रेरणा से जागृति करनेवाली व्यक्ति यदि कोई होगा, तो वे हैं डॉ. जयंत आठवलेजी ! उनको आद्य शंकराचार्यजी अथवा समर्थ रामदासजी का अवतार ही कहना होगा । आज की भाषा में डॉ. आठवलेजी को केवल संत कहना अनुचित होगा ।

श्रद्धा एवं भक्ति का उत्कट दर्शन करानेवाली जगन्नाथ रथयात्रा !

विश्‍वविख्यात पुरी की जगन्नाथ रथयात्रा अर्थात् भगवान श्री जगन्नाथ (विश्‍वउद्धारक भगवान श्रीकृष्ण) के भक्तों के लिए एक महान आैचित्त्य है ! पुरी का मंदिर कलियुग के चार धामों में से एक है । यह विश्‍व की सबसे महान यात्रा है । लक्षावधी विष्णुभक्त यहां इकठ्ठा होते हैं । इस स्थान की विशेषता यह है कि,…

हिन्दू जनजागृति समिति और सनातन संस्था के साथ हिन्दू राष्ट्र के कार्य में सभी हिन्दू सहभागी हों ! – श्री. दीपक सिंह

कानून की सीमा में रहकर राजनीतिक, सामाजिक व सांस्कृतिक परिवर्तन करने की संविधान ने संपूर्ण स्वतंत्रता दी है । उसके विरोध का कोई कारण नहीं है ।

रणझुंजार अधिवक्ता समीर पटवर्धन का रामनाथी, गोवा के सनातन के आश्रम में विशेष आदर !

स्वयं का विचार करने की अपेक्षा धर्मकार्य करनेवाले हिन्दुत्वनिष्ठ जिस प्रकार हिन्दू समाज के भूषण हैं, उसी प्रकार हिन्दुत्वनिष्ठों द्वारा किए गए कार्य में आनेवाली बाधाएं दूर करनेवाले अधिवक्ताएं भी हिन्दु धर्मप्रेमियों के लिए सदैव ‘आदर्श’ हैं । हिन्दुत्वनिष्ठ तथा पुरो(अधो)गामियों के न्यायालयीन लडे में निर्भयता पूर्वक हिन्दुत्व का पक्ष प्रस्तुत करनेवाले तथा सनातन के साधक श्री. समीर गायकवाड की कारागृह से जमानत पर मुक्तता करनेवाले रणझुंजार धर्मवीर अधिवक्ता समीर पटवर्धन भी इसीलिए ही सभी के आदर्श सिद्ध हुए हैं ।

अग्निहोत्र

त्रिकालज्ञानी संतों ने बताया ही है कि भीषण आपातकाल आनेवाला है तथा उसमें संपूर्ण विश्‍व की प्रचंड जनसंख्या नष्ट होनेवाली है । वास्तव में आपातकाल आरंभ हो चुका है । आपातकाल में तीसरा महायुद्ध भडक उठेगा । अणुबम जैसे प्रभावी संहारक के विकिरण को रोकने के लिए सूक्ष्मदृष्टि से कुछ करना आवश्यक है । इसलिए ऋषि-मुनियों ने यज्ञ के प्रथमावतार रूपी अग्निहोत्र’ का उपाय बताया है ।

सनातन की संत पू. (श्रीमती) सूरजकांता मेनराय द्वारा साधकों को बताएं गए अनमोल सूत्रं

सनातन की ४५ वी संत पू. (श्रीमती) सूरजकांता मेनराय को ७५ वर्ष पूर्ण हो रहे हैं । उस अवसर पर उन्होंने साधकों को मार्गदर्शक सूत्रं बताएं ।

सेवा की लगन, निर्मलता, प्रेमभाव, ईश्वर के प्रति भाव इत्यादि गुणों से युक्त पुणे की सनातन की संत पू. (श्रीमती) प्रभा मराठेआजी (आयु ८० वर्ष ) !

सेवा की लगन, निर्मलता, प्रेमभाव, ईश्वर के प्रति भाव इत्यादि गुणों से युक्त पुणे की सनातन की संत पू. (श्रीमती) प्रभा मराठेआजी (आयु ८० वर्ष ) !

धर्मकार्य करनेवालों को साधना करना आवश्यक ! — सद्गुरु (कु.) अनुराधा वाडेकर

बांदोडा (गोवा) के हिन्दू राष्ट्र संगठक प्रशिक्षण तथा अधिवेशन में ‘साधना एवं व्यक्तित्व विकास’ इस विषय पर उद्बोधक सत्र बांदिवडे (गोवा), २१ जून — षष्ठ अखिल भारतीय हिन्दू अधिवेशन के दूसरे चरण में १९ जून से यहां के श्री महालक्ष्मी मंदिर के सभागृह में हिन्दू राष्ट्र संगठक प्रशिक्षण तथा अधिवेशन आरंभ हुआ है । इस अधिवेशन … Read more

कारागृह से मुक्त हुए समीर गायकवाड का उनके घर औक्षण कर स्वागत !

घर आने पर श्री.समीर गायकवाड ने प्रथम श्रीकृष्ण की प्रतिमा को वंदन कर पुष्पहार समर्पित किया। तदुपरांत छत्रपति शिवाजी महाराज की मूर्ति को पुष्पहार समर्पित किया।

कॉ. पानसरे हत्या प्रकरण : सनातन के साधक श्री. समीर गायकवाड कळंबा कारागृह से मुक्त !

• अभियोग की अगली सुनवाई १२ जुलाई को • कळंबा कारागृह से बाहर आनेपर श्री. समीर गायकवाड ने कहा, ‘‘ईश्‍वर की कृपा से मैं बाहर आया हूं, उचित समय आनेपर मुझे जो बोलना है, वह बोलूंगा !’’ कोल्हापुर (महाराष्ट्र) : कॉ. गोविंद पानसरे हत्या प्रकरण में संदिग्ध अपराधी तथा सनातन के साधक श्री. समीर गायकवाड … Read more