नवरात्रि निमित्त ग्रंथप्रदर्शनियों का आयोजन
वाराणसी के शिवपुर स्थित अष्टभुजी माता मंदिर में नवरात्रि के अवसर पर ग्रंथ तथा धर्म शिक्षा देनेवाली फ्लेक्स प्रदर्शनी लगाई गई । जिससे अनेक जिज्ञासु लाभान्वित हुए ।
वाराणसी के शिवपुर स्थित अष्टभुजी माता मंदिर में नवरात्रि के अवसर पर ग्रंथ तथा धर्म शिक्षा देनेवाली फ्लेक्स प्रदर्शनी लगाई गई । जिससे अनेक जिज्ञासु लाभान्वित हुए ।
समाज के सभी को धर्मशिक्षा मिले इस महत उद्देश्य को लेकर सनातन संस्था द्वारा देशभर के कई स्थानों में सनातन संस्था द्वारा प्रकाशित ग्रंथ एवं सात्विक उत्पादनों की प्रदर्शनी लगायी जाती है !
हिन्दुआें के लिए ऋषिमुनियों द्वारा किए गए व्यापक अध्ययन का, साथ ही ग्रंथलेखन का कोई महत्त्व नहीं है ।
हिन्दू संगठन का कार्य करते समय हिन्दुत्वनिष्ठों को आचारसंहिता का पालन करना आवश्यक है ।
जगन्नाथजी के परमधाम में विद्यमान परममंगल चैतन्यमय वातावरण का अनुभव करने के लिए देश-विदेश से लाखों श्रद्धालु पुरी जाते हैं और जगन्नाथजी के रूप का दर्शन कर अपने नेत्रों की तृष्णा शांत कर लेते हैं ।
त्रेतायुग में श्रीरामजी ने रावणवध हेतु श्रीलंका जाकर युद्ध किया द्वापरयुग में दो परिवारों में युद्ध हुआ और इस कलियुग में हमारा संघर्ष हममें विद्यमान स्वभावदोषों से चल रहा है ।
भारत की क्षेत्रपालदेवता ‘कालभैरव’ श्री क्षेत्र काशी में ‘स्वर्णकालभैरव’ के रूप में विराजमान हैं । पृथ्वीपर कुल ५१ शक्तिपीठ हैं ।
डॉ. नरेंद्र दाभोलकर, र्का. पानसरे, प्रा. कलबुर्गी तथा पत्रकार गौरी लंकेश की हत्या में सहभागी सनातन कार्यकर्ताआें को पुलिस विभाग ने पकडा है ।
सनातन के साधक श्री. प्रसाद हळदणकर को इस एप्लिकेशन खोलनेपर उसपर श्री दुर्गादेवी का अनादर करनेवाला चित्र रखे जाने की बात ध्यान में आई ।
परात्पर गुुरु डॉ. आठवलेजी को स्वास्थ्यमय दीर्घायु प्राप्त हो, हिन्दू राष्ट्र स्थापना के कार्य के लिए सभी देवताआें के आशीर्वाद प्राप्त हों, इस संकल्प को लेकर महर्षिजी ने पू. डॉ. उलगनाथन्जी के माध्यम से बताने के अनुसार विजयादशमी के शुभमुहूरतपर १८ अक्टूबर को भगवान जगन्नाथजी की काष्ठ की मूर्ति की प्राणप्रतिष्ठा का समारोहन संपन्न हुआ ।