युद्ध की तैयारी, प्रत्यक्ष युद्ध तथा नागरिक
‘युद्धस्य कथा रम्या ।’, ऐसा कहा जाता है; परंतु जब प्रत्यक्ष युद्ध होता है और जब वह असीमित कालावधि तक जारी रहता है, तब वह रम्य न रहकर बहुत ही पीडादायी बन जाता है ।
‘युद्धस्य कथा रम्या ।’, ऐसा कहा जाता है; परंतु जब प्रत्यक्ष युद्ध होता है और जब वह असीमित कालावधि तक जारी रहता है, तब वह रम्य न रहकर बहुत ही पीडादायी बन जाता है ।
महालक्ष्मी पीठ अपने सर्व ओर लट्टूसमान वलयांकित ज्ञानशक्तिका भ्रमण दर्शित करता है । भवानी पीठ अपने केंद्रबिंदुसे क्रियाशक्तिका पुंज क्षेपित करता है, तो रेणुका पीठ क्षात्रतेजसे आवेशित किरणोंका क्षेपण करता है ।
सनातन संस्था के जालस्थल से भेंट करनेवाले पाठकों के अतिरिक्त सामाजिक जालस्थल के अतिरिक्त सामाजिक जालस्थल के माध्यम से सनातन संख्या से जुडे हुए पाठकों का भी एक अलग वर्ग होने से उस संदर्भ में भी जानकारी प्रकाशित कर रहे हैं ।
केवल अध्यात्मशास्त्र ही हमें आनंद की अनुभूति दे सकता है । उसके लिए सभी को साधना करना आवश्यक है । – ऐसें सनातन संस्था के सद्गुरु नंदकुमार जाधवजी ने यावल (जनपद जळगांव, महाराष्ट्र) में मार्गदर्शन में बताया ।
श्री. संतोष सदाशिव दाभाडे (माऊली) नाथ संप्रदाय से संबंधित हैं । चौथी कक्षा में शिक्षा लेते समय से लेकर उन्हें सूक्ष्म से ज्ञान प्राप्त हो रहा है ।
तथाकथित आधुनिकतावादी गिरोह हिन्दुओं के अन्य त्योहारों के भांति श्राद्धपक्ष के संदर्भ में भी हिन्दुओं का बुद्धिभ्रम करने का प्रयास कर हिन्दुओं को धर्माचरण से परावृत्त करने का प्रयास करते हैं ।
श्री महालक्ष्मी मंदिर भारत देश के हिंदू धर्म के अनुसार पुराणों में सूचित किया हुआ विभिन्न शक्ति पीठों मैं एक है और महाराष्ट्र के कोल्हापुर में स्थित है। अब हम सुनेंगे …
देशभर में कई जगह पर माता तुलजा भवानी और चामुण्डा माता की पूजा का प्रचलन है। खासकर यह महाराष्ट्र में अधिक है। अब हम सुनेंगे …