सनातन संस्था के साधकों द्वारा किए गए प्रबोधन के पश्‍चात् मुंबई के डी मार्ट के श्रीगणेश की अनादरयुक्त मूर्ति परिवर्तित की गई ।

हिन्दुओ, अशास्त्रीय श्रीगणेश मूर्ति के संदर्भ में प्रबोधन कर धर्मकर्तव्य निभाएं !

अनादरयुक्त मूर्ति
परिवर्तित की गई मूर्ति

मुंबई : शहर के पवई के एक डी मार्ट में गणपति के आकार के समान बर्तनों की रचना कर उसे सोंड लगाकर अनादरयुक्त श्री गणेश मूर्ति की प्रतिष्ठ की गई थी । सनातन संस्था के साधकों द्वारा किए गए प्रबोधन के पश्‍चात् डी मार्ट व्यवस्थापन ने यह अनादरयुक्त श्रीगणेश मूर्ति परिवर्तित कर उस स्थान पर सात्विक श्री गणेश मूर्ति की प्रतिष्ठा की । (शास्त्र ज्ञात होने के पश्‍चात् त्वरित उसी के अनुसार कृती करनेवाले डी मार्ट के व्यवस्थापन का अभिनंदन ! हिन्दु भाईयों, अपने देवताओं की अशास्त्रीय मूर्ति मुद्रित कर धर्महानी होने से रोकें । देवताओं का अनादर न हो, इस की दक्षता लें । — संपादक, दैनिक सनातन प्रभात )

१७ अगस्त के दिन पवई के धर्मप्रेमी श्री. रूपेश शर्मा यहां के एक डी मार्ट में खरेदी करने हेतु गए थे । उस समय उन्होंने श्री गणेश की अनादर करनेवाली उपर्युक्त रचना देखी । इस संदर्भ मेें सनातन संस्था के साधक श्री. प्रसाद कदम से संपर्क कर उपर्युक्त जानकारी दी । (श्री गणेश का अनादर देखने के पश्‍चात् वह रोकने हेतु त्वरित कृती करनेवाले धर्मप्रेमी श्री. शर्मा तथा श्री. प्रसाद कदम की कृती सर्वत्र के हिन्दुओं के लिए अनुकरणीय है । — संपादक, दैनिक सनातन प्रभात) श्री. प्रसाद कदम ने १९ अगस्त के दिन डी मार्ट में जाकर उस संदर्भ में निश्‍चिती की । तत्पश्‍चात् श्री. प्रसाद कदम के साथ श्रीमती रजनी परब, श्रीमती शोभा धनकडे, श्रीमती धनश्री त्रिंबककर इन सनातन की साधकों ने डी मार्ट में जाकर प्रबोधन किया । प्रबोधन के पश्‍चात् डी मार्ट के व्यवस्थापन ने श्री गणेश की अनादरयुक्त मूर्ति हटाकर उस स्थान पर श्री गणेश की सात्त्विक मूर्ति की प्रतिष्ठा की ।

स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात

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