हिन्दुत्वनिष्ठों के अभियोगों की सुनवाई को जानबूझकर लंबित रखनेवाले अधिकारियों के विरुद्ध कठोर कार्यवाही हो ! – परेश गुजराथी, सनातन संस्था

जिलाधिकारी को विविध मांगों का सौंपा गया निवेदन

रत्नागिरी में राष्ट्रीय हिन्दू आंदोलन के माध्यम से मांग

धर्मपरंपराओं की रक्षा हेतु केंद्र सरकार संसद में कानून बनाए !

रत्नागिरी (महाराष्ट्र), २१ दिसंबर (संवाददाता) : शबरीमला मंदिर की धर्मपरंपराओं की रक्षा हेतु केंद्र सरकार संसद में कानून बनाए, आंदोनकारी भक्तों के विरुद्ध प्रविष्ट अपराध तुरंत वापस लिए जाएं तथा अन्य भी कुछ मांगों को लेकर हिन्दुत्वनिष्ठो ने राष्ट्रीय हिन्दू आंदोलन के माध्यम से यहां के जयस्तंभ के पास प्रदर्शन किया ।

 

हिन्दुओं के आस्था के केंद्रों का सम्मान
होना ही चाहिए ! – प्रसाद म्हैसकर, हिन्दू जनजागृति समिति

सर्वोच्च न्यायालय ने हाल ही में अपने निर्णय में केरल के शबरीमला मंदिर में सभी आयुसमूह की महिलाओं के प्रवेश की अनुमति प्रदान की । इस निर्णय के विरुद्ध भगवान अय्यप्पाजी के लाखों भक्तों ने मंदिर परंपरा की रक्षा हेतु बडी संख्या में फेरियां, आंदोलन आदि वैधानिक पद्धति से अपना विरोशध प्रकट किया । इन आंदोलनकारी भक्तों के विरुद्ध भी अपराध प्रविष्ट कर उन्हें बंदी बनाया गया । इन आंदोलनकारी भक्तों के विरुद्ध प्रविष्ट अपराध वापस लेकर उन्हें तुरंत छोडा जाए, साथ ही केवल शबरीमला ही नहीं, अपितु जहां-जहां हिन्दुओं के आस्था के केंद्र हैं, वहां सरकार अथवा न्यायालय हस्तक्षेप न करें, इस प्रकार का कानून संसद में पारित किया जाए और हिन्दुओं के इस देश में हिन्दुओं की आस्था के केंद्रों का सम्मान किए जाने की मांग की ।

 

२५ दिसंबर से १ जनवरी की कालावधि में पटाखें
जलानेपर प्रतिबंध लगे! – विनदोद गादीकर, हिन्दू जनजागृति समिति

क्रिसमस तथा नए वर्ष के स्वागत के लिए रात ११.५५ से लेकर रात के १२.३० बजेतक पटाखें जलाने की अनुमति दी गई है । भारत की २० प्रतिशत जनता को दो बार का पर्याप्त भोजन भी नहीं मिलता, पीने के लिए पानी नहीं मिलता, किसानों की सिंचाई के लिए पानी नहीं है, कुपोषण, निरक्षरता के साथ अनेक लोगों की चिकित्सा की भी सुविधा नहीं है । ऐसी स्थिति में पटाखें जलाना उचित नहीं है । पटाखें जलाना पैसों का अपव्यय है । सर्वोच्च न्यायालय के निर्णय का पालन करते हुए २५ दिसंबर २०१८ से लेकर १ जनवरी २०१९ की कालावधि में पटाखें जलानेपर तथा चीनी बनावटवाले पटाखों की बिक्रीपर प्रतिबंध लगाया जाए ।

 

हिन्दुत्वनिष्ठों के अभियोगों की सुनवाई को जानबूझकर लंबित
रखनेवाले अधिकारियों के विरुद्ध कठोर कार्यवाही हो ! – परेश गुजराथी, सनातन संस्था

आधुनिकतावादियों की हत्याओं में हिन्दुत्वनिष्ठ संगठनों का ही हाथ है, इस दिशा में अन्वेषण चल रहा है । उससे सनातन संस्था के साधक तथा हिन्दू जनजागृति समिति के कार्यकर्ताओंसहित  विविध हिन्दुत्वनिष्ठ कार्यकर्ताओं को बिना किसी कारण फंसाकर उन्हें अधिकाधिक पुलिस हिरासत में रखने की दिशा में प्रयास चल रहे हैं । अतः हम यह मांग करते हैं कि न्यायालय में इससे संबंधित अभियोग शीघ्र चलाकर सच्चाई सामने लाई जाए । सनातन संस्था एवं हिन्दू जनजागृति समितिपर प्रतिबंध लगाने की आधारहीन मांग की जा रही है; इसलिए सरकार के पास यदि ऐसा कोई प्रस्ताव आता है, तो उसे अस्वीकार किया जाए । निरंतर झूठे समाचार देकर सनातन संस्था, हिन्दू जनजागृति समिति, हिन्दू गोवंश रक्षा समिति, श्री शिवप्रतिष्ठान हिन्दुस्थान, शिवसेना, श्रीराम सेना आदि संगठनों की तथा उनके कार्यकर्ताओं को प्रसारमाध्यमों में बिना किसी कारण अपकीर्त किया जा रहा है । अभियोगों को लटकाकर हिन्दुत्वनिष्ठों को बिना किसी कारण कारावास भोगना पड रहा है । अतः इन सभी प्रकरणों की सुनवाई शीघ्रगति न्यायालयों में हो और जिन अधिकारियों ने इन सुनवाईयों को जानबूझकर लंबित रखने का प्रयास किया है, उन अधिकारियों के विरुद्ध कठोर कार्यवाही हो ।

 

सनबर्न फेस्टिवल को केवल गोवा और महाराष्ट्र से ही नहीं, अपितु
भारत से भी शाश्‍वतरूप से सीमापार किया जाए । !- संजय जोशी, हिन्दू जनजागृति समिति

हमारा धर्म एवं संस्कृतिपर प्रतिदिन आक्रमण बढते जा रहे हैं । इसी का एक भाग है पुणे में होनेवाला सनबर्न फेस्टिवल ! इस महोत्सव के कारण भारत की युवापीढी प्रतिदिन मादक पदार्थों के अधीन हो रही है । महाराष्ट्र पर्यटन विभाग को यदि पर्यटन उद्योग को बढावा देना ही है, तो राज्य एवं देश में ऐसी अनेक कलाकृतियां हैं, जिन्हें उर्जितावस्था प्राप्त कर पर्यटन को बढावा मिल सकता है; परंतु पाश्‍चात्त्य विकृति को प्रोत्साहित करनेवाले तथा भारतीय युवापीढी को मादक पदार्थों के अंधकार में ढकेलकर उन्हें ध्वस्त करनेवाले सनबर्न फेस्टिवल को केवल गोवा एवं महाराष्ट्र से ही नहीं, अपितु भारत से ही शाश्‍वतरूप से सीमापार लगाकर अपनी सांस्कृतिक धरोहर को संजोए । हम इस आंदोलन के माध्यम से यह मांग कर रहे हैं ।

इस आंदोलन में हिन्दवी स्वराज्य प्रतिष्ठान, राजापुर के संस्थापक-अध्यक्ष श्री. महेश मयेकर, श्री शिवप्रतिष्ठान हिन्दुस्थान के श्री. सुशील कदम, शिवस्मृति मंडल के कोषाध्यक्ष श्री. अविनाश पाटणकर तथा हिन्दुत्वनिष्ठ श्री. बापूसाहेब पाटिल उपस्थित थे ।

इस अवसरपर रणरागिनी शाखा की श्रीमती माधवी गुडेकर ने भी अपने विचार रखें । श्री. महेश लाड ने आंदोलन का सूत्रसंचालन किया।

आंदोलन के पश्‍चात अपर जिलाधिकारी बाबासाहेब बेलदार को निवेदन सौंपा गया । इस अवसरपर हिन्दू जनजागृति समिति की श्री. सुरेश शिंदे, श्री. विनोद गादीकर, हिन्दवी स्वराज्य प्रतिष्ठान के संस्थापक-अध्यक्ष श्री. महेश मयेकर, श्री शिवप्रतिष्ठान हिन्दुस्थान के श्री. सुशील कदम, शिवस्मृति मंडल के कोषाध्यक्ष श्री. अविनाश पाटणकर तथा श्री. हृषिकेश गुरव उपस्थित थे ।

संदर्भ : दैनिक सनातन प्रभात

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