सनातन संस्था का कार्य समाज को योग्य दिशा देनेवाला है ! – पू. श्यामगिरी महाराज

सातारा में १६ जुलाई को सायंकाल ५.३० बजे सातारा-कोरेगाव मार्गपर स्थित वेदभवन मंगल कार्यालय में सनातन संस्था की ओर से गुरुपूर्णिमा महोत्सव २०१९ का आयोजन किया गया

वर्ष २०१९ में आनेवाले गुरुपुष्यामृत योग की विशेषताएं !

गुरुवार के दिन पुष्य नक्षत्र आनेपर गुरुपुष्यामृत योग होता है । इस दिन सोना खरीदना और मंगलकार्य करने की परंपरा है ।

सनातन संस्थापर प्रतिबंध लगाने का कोई भी प्रस्ताव नहीं !

केंद्र सरकार के स्तरपर देखा जाए, तो सनातन संस्थापर प्रतिबंध लगाने का कोई प्रस्ताव हमारे पास नहीं आया है । २५ जून को केंद्रीय गृहराज्यमंत्री किशन रेड्डी ने एम्आईएम् सांसद असदुद्दीन ओवैसी द्वारा पूछे गए लिखित प्रश्नपर लोकसभा में यह उत्तर दिया ।

राजनीतिक दल की स्थापना कर सत्ता प्राप्त करने के संदर्भ में सनातन संस्था का दृष्टिकोन

सनातन संस्था का प्रतिदिन बढता जा रहा कार्य तथा उसे समाज द्वारा प्राप्त प्रत्युत्तर को देखते हुए अनेक हितचिंतक और हिन्दुत्वनिष्ठों द्वारा अब सनातन संस्था को राजनीतिक दल की स्थापना कर हिन्दू समाज की अपेक्षाएं पूर्ण करनी चाहिए, यह अपेक्षा व्यक्त की जाती है ।

जम्मू के ज्योतिष विशारद डॉ. शिवप्रसाद रैना गुरुजी द्वारा परात्पर गुरु डॉ. आठवलेजी के संदर्भ में व्यक्त गौरवोद्गार !

ज्योतिष विशारद डॉ. शिवप्रसाद रैना गुरुजी ने परात्पर गुरु डॉ. आठवलेजी को कभी नहीं देखा है; परंतु तब भी उन्होंने बताया, ‘‘परात्पर गुरु डॉ. आठवलेजी एक बडे संत हैं । उनके शरीर की रक्षा महत्त्वपूर्ण है । गुरुदेवजी के स्वास्थ्य में सुधार आने से राष्ट्र की स्थिति में भी सुधार आएगा !

कुंभपर्व में वंदनीय उपस्थित परमहंस धाम, वृंदावन के महामंडलेश्‍वर भैया दासजी महाराज के मन में सनातन संस्था के प्रति विद्यमान विश्‍वास !

कुंभपर्व में वंदनीय उपस्थित परमहंस धाम, वृंदावन के महामंडलेश्वर भैया दासजी महाराज ने कहा, ‘‘प्रत्येक कुंभपर्व के पश्चात मुझपर ऋण हो जाता है; किंतु इस कुंभ में पहली बार ही मुझपर किसी प्रकार का ऋण नहीं हुआ है ।

‘सनातन संस्था द्वारा किया जा रहा कार्य बहुत ही उच्च श्रेणी का है ।’ – स्वामी रामरसिकदासजी महाराज

‘यदि संपूर्ण कुंभ में प्रतियोगिता का आयोजन किया जाता, तो आपकी संस्था को ही पहला क्रम देना पडता; क्योंकि आपकी प्रदर्शनी और नियोजन उत्कृष्ट है, साथ ही आपके द्वारा किया जा रहा कार्य बहुत ही उच्च श्रेणी का है ।’

हुब्बळ्ळी (कर्नाटक) की सीता श्रीधर जोशीदादीजी (आयु ९४ वर्ष) सनातन के १००वें व्यष्टि संतपदपर विराजमान !

प्रतिक्षण कृतज्ञताभाव में रहनेवाली हुब्बळ्ळी, कर्नाटक की श्रीमती सीताबाई श्रीधर जोशीदादी (आयु ९४ वर्ष) ७१ प्रतिशत आध्यात्मिक स्तर प्राप्त कर सनातन के १००वें संतपदपर विराजमान हुई हैं ।

भारतीय शास्त्रीय संगीत सुनकर जिसने निद्रानाश से मुक्ति पाई, वह इटली का तानाशाह बेनिटो मुसोलिनी !

पंडित ठाकुर ने राग पुरिया के आलाप लेना आरंभ किया । इस राग में ऐसा एक चमत्कारिक प्रकार था कि जिससे मुसोलिनी केवल १५ मिनटों में ही निद्राधीन हुआ ।

डे’ ज और शुभकामनाएं !

अभिभावकों के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करने हेतु क्या विदेशी पृष्ठभूमिवाले डेज की आवश्यकता है ? ऐसे एक दिवसीय प्रेम व्यक्त कर क्या हाथ लगेगा ? कितने बच्चे अपने अभिभावकों को प्रतिदिन झुककर नमस्कार करते हैं ?