घरानेशाही की न्यायव्यवस्था देनेवाला लोकतंत्र क्या कभी न्याय देगा ?

हम जोधपुर, राजस्थान के एक अधिकक्ता से भेंट करने गए थे । उस समय उन्होंने हमें न्यायाधीश के विषय में किए गए एक सर्वेक्षण की जानकारी दी । उन्होंने कहा कि लगभग ३५० से अधिक न्यायाधीश ऐसे हैं कि जिनकी दो-तीन पीढियां न्यायाधीश अथवा न्यायालय से संबंधित उच्च पदों पर है । यह कोई योगायोग अथवा उनका कर्तुत्व नहीं, अपितु केवल घरानेशाही है ।

– श्री. आनंद जाखोटिया, सनातन आश्रम, रामनाथी, गोवा. (१५.०६.२०१६)

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