फल की अपेक्षा न रख पराकाष्ठा के प्रयास करें !

‘क्रियमाण कर्म का पूरा उपयोग कर पराकाष्ठा के प्रयास करें; परंतु फल प्रारब्ध पर अथवा ईश्वर पर छोडें!’

– सच्चिदानंद परब्रह्म डॉ. आठवले

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