परमात्मा से एकरूपता ।

‘एक बूंद पानी समुद्र में डालने पर, वह समुद्र से एकरूप हो जाता है । वैसे ही राष्ट्रभक्त राष्ट्र से एकरूप हो जाता है और साधक परमात्मा से एकरूप होता है ।’
-(परात्पर गुरु) डॉ. जयंत आठवले

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