मंगलुरू (कर्नाटक) में सनातन संस्था की ओर से हिन्दू राष्ट्र हेतु सुसंस्कृत पीढी को बनानेवाला युवा साधक शिविर !

शिविर में सहभागी युवा साधक

मंगलुरू : आज की युवा पीढी सुसंस्कृत हो, उनमें साधना की नींव बने और वे हिन्दू राष्ट्र के आदर्श साधक बनें; इसके लिए मंगलुरू में सनातन संस्था की ओर से युवा साधकों के लिए ३ से ५ जनवरी की अवधि में २ दिवसीय शिविर लिया गया । इस शिविर में कर्नाटक के विविध जनपदों से आए ४५ युवा साधक सहभागी हुए ।

इस शिविर में सनातन संस्था के धर्मप्रचारक पू. रमानंद गौडाजी की वंदनीय उपस्थिति थक्ष । शिविर में ‘जीवन में साधना का महत्त्व’, ‘स्वभावदोष एवं अहं निर्मूलन का महत्त्व’, ‘स्वयं में कौशलविकास कैसे करें ? ’विषयों के साथ ही राष्ट्र-धर्म के संदर्भ में मार्गदर्शन किया गया ।

पू. रमानंद गौडाजी ने शिक्षा लेते समय ही शिक्षा को साधना के साथ कैसे जोडें और उससे हम स्वयं को कैसे संस्कारित कर सकते हैं ? और साधना से राष्ट्र एवं धर्म के प्रति प्रेम कैसै उत्पन्न होता है ?, के संदर्भ में उदाहरण देकर मार्गदर्शन किया । उसके कारण उपस्थित युवा साधकों को साधना का महत्त्व समझ में आकर उनका साधना का लक्ष्य सुनिश्‍चित हुआ । युवा साधकों को बताया कि उन्हें ऐसा लगता है कि अभीतक उनका समय व्यर्थ गया है और इसके आगे हम समय को व्यर्थ नहीं गंवाएंगे ।

स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात

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