भारत का प्रारब्ध परिवर्तित करने के लिए आध्यात्मिक स्तर के उपचार ही आवश्यक !

‘किसी व्यक्ति का प्रारब्ध परिवर्तित करना लगभग असंभव होता है । परिवर्तित करना ही हो, तो तीव्र साधना करनी पड़ती है । ऐसा होते हुए शारीरिक, मानसिक और बौद्धिक स्तर पर प्रयत्न करने पर भारत का प्रारब्ध परिवर्तित करना क्या संभव है ? उसके लिए आध्यात्मिक स्तर के ही उपचार, अर्थात साधना का बल चाहिए ।’

– सच्चिदानंद परब्रह्म डॉ. आठवले

Leave a Comment