आपातकालमें जीवनरक्षा हेतु आवश्यक तैयारी : भाग – ९
बाढ, भूकंप जैसी प्राकृतिक आपदाओं में यातायात ठप रहता है । इससे अन्य वस्तुओं के साथ-साथ औषधियां मिलना भी कठिन हो जाता है ।
बाढ, भूकंप जैसी प्राकृतिक आपदाओं में यातायात ठप रहता है । इससे अन्य वस्तुओं के साथ-साथ औषधियां मिलना भी कठिन हो जाता है ।
इस लेख में हम अनाज के भंडारण के विषय में समझेंगे । वर्षा ऋतु आरंभ हो जाने के कारण खरीदा हुआ अनाज सुखाया नहीं जा सकता । ऐसी स्थिति में उन्हें खराब होने से बचाने के लिए कुछ अन्य उपाय किए जा सकते हैं ।
बाढ में परिवहन ठप रहता है । इसलिए उस काल में सब्जियां, दूध और भोजन उपलब्ध नहीं होते । अतएव, उनका पहले से संग्रह करना आवश्यक है ।
वर्ष २०१९ में महाराष्ट्र और कर्नाटक राज्यों के अनेक नगर अतिवृष्टि के कारण जलमग्न हो गए थे । कई गांवों को जोडनेवाली सडकों में दरार आ जाने से यातायात ठप्प हो गयी थी ।
आपातकाल से पार होने के लिए साधना सिखानेवाली सनातन संस्था ! भाग ६ पढनेके लिए देखें – आपातकालमें जीवनरक्षा हेतु आवश्यक तैयारी भाग ६ आपातकाल में अखिल मानवजाति की जीवनरक्षा हेतु आवश्यक तैयारी करने के विषय में मार्गदर्शन करनेवाले एकमात्र परात्पर गुरु डॉ. जयंत आठवलेजी ! आपातकालीन लेखमाला के पिछले भाग में हमने पारिवारिक स्तर … Read more
आपातकाल की दृष्टि से कौन-कौन-सी वस्तुएं घर में रहनी चाहिए, यह कभी-कभी एकदम नहीं सूझता । पाठकों को ऐसी वस्तुएं खरीदना सरल हो, इस विचार से आगे विभिन्न वस्तुओं की सूची दी है ।
आपातकाल में पेट्रोल, डीजल आदि ईंधन का संकट अनुभव होगा । आगे तो ये ईंधन मिलेंगे भी नहीं । तब ईंधन पर चलनेवाले दुपहिया और चारपहिया वाहन अनुपयोगी हो जाएंगे ।
मनुष्य पानी के बिना जीवित नहीं रह सकता और वह बिजली के अभाव में जीवित रहने की कल्पना भी नहीं कर सकता; इसलिए पानी की सुविधा करना, पानी का भंडारण तथा उसके शुद्धीकरण की पद्धतियां, बिजली के विकल्पों के विषय में जानकारी इस लेख में दे रहे हैं ।
आपातकाल में ऐसी स्थिति निर्माण हो सकती है कि भोजन के लिए ईंधन का अभाव हो, घर में सभी लोग रोगी हों, अचानक अन्य स्थान पर रहना पडे, बाजार में साग-सब्जियां न मिले ।
हम कितना भी अनाज संग्रहित कर लें, वह धीरे-धीरे समाप्त होता है । ऐसे समय भूखा न रहना पडे, इसकी पूर्व तैयारी के लिए अनाज का रोपण, गोपालन आदि करना आवश्यक है ।