आध्यात्मिक प्रगति हेतु पोषक वातावरण !

साधक की उत्तरोत्तर प्रगति करानेवाली कार्यशाला !

उत्तरोत्तर आध्यात्मिक प्रगति हेतु साधना को जीवन में उतारना आवश्यक होता है । आश्रम में होनेवाले स्वभावदोष एवं अहं निर्मूलन सत्संग, भाववृद्धि सत्संग, व्यष्टि साधना का ब्यौरा आदि द्वारा साधकों को साधना के विषय में क्रियात्मक स्तर का मार्गदर्शन मिलने से उनकी साधना में उत्तरोत्तर प्रगति होती है ।

संतजननी पवित्र वास्तु !

अक्टूबर २०१८ तक सनातन के रामनाथी आश्रम में रहनेवाले १८ साधक परात्पर गुरु डॉ. आठवलेजी के मार्गदर्शन में गुरुकृपायोगानुसार साधना कर संतपद पर विराजमान हुए हैं और १२४ साधकों ने ६० प्रतिशत से अधिक आध्यात्मिक स्तर प्राप्त किया । वे भी संतत्व के मार्ग पर अग्रसर हैं !

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