सनातन का आश्रम अनुशासित है ! – सनातन के हितचिंतक श्री. जैबसिंग धांंडा का अभिप्राय

ग्रंथप्रदर्शन देखते हुए श्री. जैबसिंग धांडा

पनवेल, २० अक्तूबर – १५ अक्तूबर को सनातन के हितचिंतक तथा रोटरी क्लब के अबंरनाथ के न्यासी जैबसिंग धांडा ने देवद (पनवेल) के सनातन के आश्रम को सदिच्छा भेंट की । सनातन का आश्रम देखने के पश्चात् श्री. धांंडा ने यह अभिप्राय व्यक्त किया कि, ‘सनातन का आश्रम अनुशासित आश्रम है । साधक अन्यों को दूषण देने की अपेक्षा स्वयं ही अपने दोष ढूंढते हैं । स्वयं में अंतर्भूत न्यूनता अन्यों को बताते हैं तथा वह दूर करने का प्रयास अच्छी तरह से करते हैं ।’ साथ ही यह भी बताया कि, ‘यह हिन्दु संस्कृति का संवर्धन करने का अच्छा प्रयास है । सभी को उसके लिए योगदान देना चाहिए ।’

वर्तमान में निर्माणकार्य व्यावसायिक होनेवाले श्री. धांंडा लष्कर से निवृत्त हुए हवालदार हैं । पूज्यपाद संतश्री आसारामजी बापू के भक्त हैं । दैनिक सनातन प्रभात के १२ वर्षों से वाचक हैं । साथ ही वे दैनिक के लिए नियमित विज्ञापन भी देते हैं । सनातन पंचांग, दैनिक प्रायोजित कर निरंतर राष्ट्र एवं धर्म कार्य में सम्मिलित होते हैं । पूज्यपाद संतश्री आसारामजी बापू द्वारा बताई गई साधना करते हैं । उन्हें अधिकांश मात्रा में विशेषतापूर्ण अनुभूति भी प्राप्त हुई हैं ।

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