ब्रेन सर्जरी के समय महिला मरीज द्वारा श्रीमद्भगवत्गीता के श्लोक का पठन !

सूरत की ३६ वर्षीय महिला दयाबेन भरतभाई बुधेलिया की ब्रेन में गांठ होने के कारण उसे निकालने के लिए सफलता से ‘ओपन सर्जरी’ की गई । उन्हें ‘अवेक एनेस्थेसिया’ दिया गया था । इस कारण वे सर्जरी के समय जागी थी । सवा घंटे की सर्जरी में वे सतत श्रीमद्भगवत्गीता के श्लोक का पठन कर रहीं थीं ।

वर्ष २०२१ में आनेवाले गुरुपुष्यामृत योग की विशेषताएं !

गुरुवार को पुष्य नक्षत्र आने से ‘गुरुपुष्यामृत योग’ होता है । इस दिन ‘सुवर्ण खरीदना और शुभकार्य करना’, ऐसा करने की प्रथा है । सर्व लौकिक अथवा व्यवहारिक कार्य के लिए यह योग शुभ माना जाता है । यह योग एक वर्ष में लगभग ३ अथवा ४ बार आता है ।

सनातन संस्‍था और हिन्‍दू जनजागृति समिति की ओर से नगरविकास मंत्री एकनाथ शिंदे को ‘सनातन पंचांग २०२१’ भेंट

राज्य के नगरविकास मंत्री और ठाणे जिले के पालक मंत्री, साथ ही शिवसेना के नेता एकनाथ शिंदे को सनातन संस्था और हिन्दू जनजागृति समिति की ओर से ‘सनातन पंचांग २०२१’ भेंटस्वरूप दिए गए ।

मा.गो. वैद्य के निधन से सांस्कृतिक राष्ट्रवाद के विचारों की हानि ! 

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के चिंतक माधव गोविंद उपाख्य बाबूराव वैद्य के निधन से ‘सांस्कृतिक राष्ट्रवाद’ के विचारों की हानि हुई है ।

चेन्‍नई के पट्टाभिराम प्रभाकरन् (आयु ७६ वर्ष) सनातन के १०५ वें व्‍यष्‍टि संत पद पर विराजमान !

नम्रता, अल्‍प अहं तथा वृद्धावस्‍था में भी भावपूर्ण सेवा करनेवाले सनातन के साधक श्री. पट्टाभिरामन् प्रभाकरन् सनातन के १०५ वें व्‍यष्‍टि संत पद पर विराजमान हुए ।

‘सनातन पंचांग’ ऍप, यह अति उत्तम ऍप है ! – कन्नड अभिनेता जग्गेश

‘सनातन पंचांग’ ऍप अति उत्तम ऍप है, ऐसा अभिप्राय कर्नाटक के प्रसिद्ध अभिनेता जग्गेश ने व्यक्त किया है । धर्मप्रेमियों ने ‘सनातन पंचांग २०२१’ ऍप का ट्विटर के माध्यम से प्रसार किया था । उसपर उन्होंने यह ट्वीट किया ।

वर्ष २०२१ में भी कोरोना रहेगा ! – मनोवैज्ञानिक, निकोलस ओजुला, की भविष्यवाणी

२०१८ में कोरोना की भविष्यवाणी करने वाले ३५ वर्षीय मनोवैज्ञानिक, निकोलस ओजुला, ने भविष्यवाणी की है कि कोरोना का प्रभाव २०२१ में जारी रहेगा ।

आपातकाल की दृष्टि् से तैयारी करने के लिए नई अथवा पुरानी बैलगाडी, घोडागाडी अथवा उनके अंग (पुरजे) दान करें अथवा अल्प मूल्य में देनेवालों के विषय में जानकारी भेजें !

आपातकाल में डीजल-पेट्रोल उपलब्‍ध नहीं हो पाएंगा । तब, दैनिक आवश्‍यकताआें की पूर्ति के लिए प्राचीन काल की भांति बिना डीजल-पेट्रोल से चलनेवाले वाहनों (उदा. बैलगाडी, घोडागाडी) का उपयोग करना पडेगा । ये सब साधन प्राप्‍त करना, उन्‍हें चलाना, उनकी देखभाल और सुधार करना तथा उनसे जुडे पशुआें का पालन-पोषण करने का कौशल तुरंत सीख लेना आवश्‍यक है ।

सनातन संस्‍था की श्रीचित्‌शक्‍ति (श्रीमती) अंजली गाडगीळजी के करकमलों द्वारा हिन्‍दी, कन्‍नड और अंग्रेजी भाषाआें में ‘सनातन चैतन्‍यवाणी एप’ का उद़्‍घाटन !

‘सनातन चैतन्‍यवाणी’ एप ‘गूगल प्‍ले स्‍टोर’ पर सभी के लिए उपलब्‍ध है । अधिकाधिक लोग इस एप को डाउनलोड कर उसका उपयोग करें और सात्त्विक स्‍तोत्र, आरती, श्‍लोक, मंत्र, नामजप आदि का लाभ उठाएं ।

रवि ग्रह का तुला राशि में होनेवाला प्रवेश, उसका प्रभाव एवं उस काल में की जानेवाली सूर्योपासना !

सूर्योपासना करना, अर्थात तेजतत्त्व की उपासना करना । सूर्य की उपासना के कारण सात्त्विकता एवं चैतन्य ग्रहण करने की क्षमता बढती है ।