चोपडा (जलगांव) के पंकज विद्यालय में अध्यापकों के लिए ‘स्वभावदोष एवं अहं निर्मूलन’ इस विषय पर कार्यशाला

कार्यशाला में मार्गदर्शन करते समय श्रीमती क्षिप्रा जुवेकर, सनातन संस्था

जलगांव : २६ अगस्त के दिन चोपडा के पंकज विद्यालय में अध्यापकों के लिए सनातन संस्था की ओर से कार्यशाला का आयोजन किया गया था । उस समय ‘स्वभावदोष एवं अहं निर्मूलन प्रक्रिया किस प्रकार करें ?’ इस विषय पर मार्गदर्शन किया गया ।

इस कार्यशाला का आयोजन पंकज विद्यालय के प्रधान अध्यापक डॉ. एम्.वी. पाटिल ने किया था । उस समय डॉ. पाटिल ने सनातन संस्था के साधक श्री. यशवंत चौधरी का पुष्पगुच्छ से आदर किया, तो पाठशाला के प्राचार्य श्री. संभाजी देसाई ने सनातन संस्था की साधिका श्रीमती क्षिप्रा जुवेकर का आदर किया । साथ ही कु. जयश्री पाटिल का आदर उपमुख्याध्यापक श्री. योगेश चौधरी ने किया । कार्यशाला का आरंभ श्री गणेश के श्लोक से तथा प्रार्थना से हुआ । सनातन संस्था का परिचय कु. जयश्री पाटिल ने किया । सूत्रसंचलन श्री. योगेश चौधरी ने किया । ‘स्वभावदोष एवं अहं निमूर्लन’ इस विषय पर श्रीमती क्षिप्रा जुवेकर ने बताया । उन्होंने अपने वतव्य में यह मार्गदर्शन किया कि, ‘मानवी जीवन का उद्देश्य आनंदप्राप्ती है । इस धकाधकी जीवन में तनाव निर्माण होते हैं । उसके लिए किस प्रकार प्रयास करें, दोष एवं अहं निर्मूलन द्वारा व्यक्तित्व विकास कर जीवन में आनंदप्राप्ती कर सकते हैं ।’ इस कार्यशाला के लिए ४५ अध्यापक सम्मिलित हुए थे ।

उपर्युक्त विषय ध्यान में आने के लिए सभी अध्यापकों ने वही तथा कलम से सभी सूत्रं लिख लिए । स्वयं में अंतर्भूत दोष ध्यान में आने के पश्चात् कुछ अध्यापकों ने बताया कि, ‘वास्तव में ही अत्यंत सहज एवं सुलभ रूप की इस प्रक्रिया ने जीवन आनंदी होगा, इस में कुछ संदेह ही नहीं है ।’ सभी अध्यापकों ने बताया कि, यह विषय हमें अत्यंत अच्छा प्रतीत हुआ । आप ने यहां आकर हमें उचित मार्गदर्शन किया ।’ साथ ही उसके लिए सनातन संस्था के आभार भी व्यक्त किए ।

मुख्याध्यापक श्री. एम्. वी. पाटिल ने वक्तव्य किया कि, ‘गणेशचतुर्थी के पावन पर्व पर हमें अमूल्य जानकारी प्राप्त हुई । इस समय अच्छी बातें सीखने प्राप्त हुई । उसके अनुसार कृती करने का हम निश्चित ही प्रयास करेंगे ।’

स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात

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