परात्पर गुरु डॉ. आठवलेजीके कार्यके विषयमें जगद्गुरुपदके सन्तोंके गौरवोद्गार !

अ. समाजमें अन्य साधु-सन्तोंद्वारा किए जा रहे कार्यकी अपेक्षा अनेक गुना महान कार्य प.पू. डॉ. आठवलेजीे कर रहे हैं ।

– जगद्गुरु नरेंद्राचार्यजी महाराज, नाणीज, जनपद रत्नागिरी, महाराष्ट्र. (साप्ताहिक सनातन प्रभात, २००७)

आ. प.पू. डॉ. आठवलेजीे सत्त्वशील, त्यागी और महान पुरुष है । उनका कार्य आदि शंकराचार्यजीके कार्य समान है !

– पूर्वाम्नाय श्रीमज्जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी निश्‍चलानंदसरस्वती, श्रीगोवर्द्धनमठ-पुरीपीठाधीश्‍वर, ओडिशा (सितम्बर २०१३ में हिन्दू जनजागृति समितिके मार्गदर्शक पू. (डॉ.) चारुदत्त पिंगळेजीसे बोलते समय व्यक्त उद्गार)

इ. प्रत्येक युगमें देवासुर युद्ध होता है । इस युगमें सनातन संस्था प.पू. डॉ. आठवलेजीके मार्गदर्शनमें युद्ध कर रही है ।

– जगद्गुरु श्री शंकराचार्य स्वामी जयेंद्र सरस्वती, कांची कामकोटी, तमिलनाडु.

ई. प.पू. डॉ. आठवलेजीका कार्य जनहित और राष्ट्रहित में है । इससे हिन्दू धर्मकी ग्लानि निश्‍चितरूपसे दूर होगी और सनातन धर्मानुसार आचरण करें, जनताको ऐसा लगेगा और तदनुसार निश्‍चितरूपसे वह अपना आचरण सुधारेगीे ।

– जगद्गुरु शंकराचार्य विद्याशंकरभारती, करवीर पीठ, कोल्हापुर, महाराष्ट्र.

सन्दर्भ : सनातन-निर्मित ग्रंथ ‘परात्पर गुरु डॉ. आठवलेजीके सर्वांगीण कार्यका संक्षिप्त परिचय’

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