सूर्यग्रहण के कारण विश्व में युद्धजन्य स्थिति उत्पन्न हो सकती है !- ज्योतिष की भविष्यवाणी

सूर्यग्रहण

नई दिल्ली – इस वर्ष का पहला सूर्यग्रहण १० जून को हुआ । इससे पूर्व, २६ मई को चंद्रग्रहण भी हुआ था । ये दोनों ग्रहण भारत में केवल कश्मीर एवं अरुणाचल प्रदेश से कुछ मात्रा में दिखाई दिए । इस वर्ष का सूर्यग्रहण ज्येष्ठ अमावास्या और शनि जयंती के दिन होने से उसे विशेष महत्त्व प्राप्त हुआ । इस संदर्भ में समाचार वाहिनी ‘आज तक’ द्वारा प्रसारित किए गए ज्योतिषाचार्य कमल नंदलाल के भविष्य कथन के अनुसार, ‘इस ग्रहण का पूरे विश्व में अनिष्ट परिणाम दिखाई देनेवाला है । इसके कारण विश्व में युद्ध एवं अग्नि प्रकोप की घटनाएं होने की संभावना है ।’

ज्योतिषाचार्य कमल नंदलाल द्वारा किया गया भविष्य कथन

१. भारत में कश्मीर एवं अरुणाचल प्रदेश में २६ मई को चंद्रग्रहण दिखाई दिया था । अब सूर्यग्रहण भी वहीं दिखाई दिया है । उसके कारण कश्मीर, पंजाब, अरुणाचल प्रदेश, असम एवं नागालैंड राज्यों में संकट की स्थिति उत्पन्न हो सकती है । इस क्षेत्र में अगले ४५ से ९० दिनों में घुसपैठ की घटनाएं हो सकती हैं अथवा सीमा पर कोई बडा संकट खडा हो सकता है, साथ ही विश्व में भूकंप भी आ सकते हैं ।

२. चंद्रग्रहण और सूर्यग्रहण दोनों ही चीन और अमेरिका में दिखाई दिए थे ; इस कारण इन दोनों देशों में अगले ४५ से ९० दिनों में युद्ध की स्थिति उत्पन्न हो सकती है । विश्व के मध्य में भी युद्ध की स्थिति उत्पन्न हो सकती है । मध्य में इजराइल देश है । वहां भी पुनः युद्ध सदृश्य स्थिति उत्पन्न हो सकती है ।

स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात

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