थिरूवनंतपुरम् (केरल) के म्युजिओलॉजिस्ट (वस्तुसंग्रहालय विशेषज्ञ) श्री. सतीश सदाशिवन् द्वारा रामनाथी (गोवा) के सनातन आश्रम का अवलोकन

श्री. सतीश सदाशिवन् को आश्रम का ध्यानमंदिर दिखाते हुए श्री. अमोल हंबर्डे (दाहिनी ओर)

रामनाथी (गोवा) : थिरूवनंतपुरम् के प्रसिद्ध म्युजिओलॉजिस्ट (वस्तुसंग्रहालय विशेषज्ञ) श्री. सतीश सदाशिवन् ने १३ अक्टूबर को यहां के सनातन आश्रम का अवलोकन किया । इस अवसरपर सनातन संस्था के साधक श्री. अमोल हंबर्डे ने उन्हें आश्रम में चल रहे राष्ट्र-धर्म का कार्य तथा आध्यात्मिक शोधकार्य की जानकारी दी । अपने यहां के निवास में श्री. सदाशिवन् ने आश्रम का ग्रंथ मुखपृष्ठ निर्मिति कक्ष, सनातन प्रभात नियतकालिक, आध्यात्मिक वस्तुओं का संग्रहालय आदि की जानकारी ली ।

 

सनातन संस्था द्वारा शोधकार्य हेतु संग्रहित किए गए
वस्तुओं का संग्रहालय विश्‍व में एकमात्रद्वितीय !- सतीश सदाशिवन्

आश्रम में आनेपर बहुत अच्छा लगा । यहां प्रत्येक बात की ओर शोधकार्य की दृष्टि से देखने का दृष्टिकोण बहुत अच्छा है । यह कार्य समाजतक शीघ्र पहुंचना चाहिए, ऐसा लगता है । अध्यात्म के शोध (विज्ञान) से जोडने का आपका प्रयास बहुत अच्छा लगा । सभी संतों का महत्त्व समझानेवाली प्रक्रियाएं, संतों द्वारा उपयोग की गई वस्तुएं तथा तीर्थस्थानों में मिली वस्तुएं की प्रदर्शनी आध्यात्मिक स्तर की प्रदर्शनी है । इस प्रकार का शोधकार्य तथा उसके लिए संग्रहित कई विविधांगी वस्तुओं की प्रदर्शनी मैने इसके पहले अन्य कहीं नहीं देखी है । अतः ‘आगे जाकर यह संग्रहालय विश्‍व का एकमात्र (युनिक) वस्तुसंग्रहालय सिद्ध होगा’, ऐसा लगता है ।

 

श्री. सतीश सदाशिवन् का संक्षिप्त परिचय

श्री. सतीश सदाशिवन् भारत के प्रसिद्ध म्युजिओलॉजिस्ट (वस्तुसंग्रहालय विशेषज्ञ) हैं । उन्होंने बडोदा से म्युजिओलॉजी में स्नातकोत्तर शिक्षा ग्रहण की, साथ ही उन्होंने जबलपुर से आर्कियोलॉजी (पुरातत्त्वशास्त्र) में एम्.ए. किया । उन्होंने टेक्सीडर्मी (प्रदर्शनी हेतु मृत पशुओं का शरीर जतन करने का शास्त्र) में भी विशेष कौशल प्राप्त किया है ।

स्रोत : दैनिक सनातन प्रभात

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