कर्नाटक के मणिपाल विश्‍वविद्यालय के मुख्य उपक्रम अकिरी डॉ. अरुण शानभाग द्वारा रामनाथी, गोवा के सनातन आश्रम का अवलोकन

बाईं ओर से श्री. रूपेश रेडकर, डॉ. दीपेन मनोज सोलंकी, श्रीमती मानसी शानभाग, डॉ. अरुण शानभाग एवं उन्हें आध्यात्मिक शोधकार्य के संदर्भ में जानकारी देते हुए एस्.एस्.आर्.एफ्. के शॉन क्लार्क

सनातन आश्रम, रामनाथी, गोवा – कर्नाटक के सुप्रसिद्ध मणिपाल विश्‍वविद्यालय के मुख्य उपक्रम अधिकारी (चीफ इनोवेशन ऑफिसर) डॉ. अरुण शानभाग ने २० जुलाई २०१९ को रामनाथी, गोवा के सनातन आश्रम का परिवारसहित अवलोकन किया । इस अवसरपर महर्षि अध्यात्म विश्‍वविद्यालय के श्री. रूपेश रेडकर ने उन्हें आश्रम में चल रहा राष्ट्र एवं धर्म का कार्य तथा आध्यात्मिक शोधकार्य की जानकारी दी । इस समय उन्होंने आश्रम, अध्यात्म, आध्यात्मिक स्तर आदि बातों के संदर्भ में जिज्ञासा के साथ जानकर लिया, साथ ही आश्रम में पुनः आने की इच्छा व्यक्त की । उन्होंने महर्षि अध्यात्म विश्‍वविद्यालय के अध्यात्म के संदर्भ में कार्यशाला के विषय में भी जिज्ञासा के साथ जानकर लिया । डॉ. शानभाग ने विश्‍वविद्यालयों में ‘अध्यात्मशास्त्र’ का पाठ्यक्रम आरंभ किए जाने की आवश्यकता प्रतिपादित की ।

 

सनातन आश्रम अत्यंत सुंदर एवं सुखदायक लगा ! – डॉ. अरुण शानभाग

सनातन आश्रम अत्यंत सुंदर और सुखदायक लगा । इस आश्रम में इतने साधक सेवारत है, यह प्रशंसनीय है । साधकों का सेवाभाव देखकर अत्यानंदित हूं । आश्रम का अवलोकन करने का और सभी साधकों से मिल पाया, इसका आनंद प्रतीत होता है । आश्रम में सूक्ष्म जगत के विषय का संग्रहालय देखकर मेरी जिज्ञासा जाग गई है । इससे मुझे ‘कष्टदायक और अच्छे शक्तियों के संदर्भ में जानकर लेना चाहिए’, ऐसा लगा ।

 

भगवद्गीता का अध्ययन करनेवाले डॉ. शानभाग

डॉ. अरुण शानभाग अमेरिका के सुप्रसिद्ध हार्वर्ड विश्‍वविद्यालय में १९ वर्षोंतक प्राध्यापक थे । विगत १० वर्षों से वे भगवद्गीता का अध्ययन कर रहे हैं । उससे ही उन्हें अमेरिका के भौतिक जीवन को त्याग कर भारत में वापस आने की प्रेरणा मिली ।

स्रोत : दैनिक सनातन प्रभात

Leave a Comment