सनातन की ग्रंथप्रदर्शनी का अभ्यास कर हिन्दु धर्माचरण करेंगे ! – श्री श्री १००८ श्री महामंडलेश्वर मां सतीगिरीजी

मां सतीगिरीजी महाराज के साथ संवाद करते हुए (दार्इं ओर) पू. नीलेश सिंगबाळ तथा सद्गुरु (डॉ.) चारुदत्त पिंगळे

प्रयागराज (कुंभनगरी) :  सनातन संस्था तथा हिन्दू जनजागृति समिति की ओर से यहां ग्रंथ तथा धर्मशिक्षण फलक प्रदर्शनी आयोजित की गई है । इस प्रदर्शनी को ११ फरवरी को हरिद्वार के त्रिलोकीनाथ विश्व सेवा संस्थान तथा १०८ फिट दुर्गा प्रतिमा आश्रम की श्री श्री १००८ श्री महामंडलेश्वर मां सतीगिरीजी ने भेंट दी । उस समय उन्होंने बताया कि, ‘सनातन की ग्रंथप्रदर्शनी में समाज को उपयुक्त जानकारी दी गई है । वर्तमान स्थिती में समाज पाश्चात्त्य संस्कृति का अनुकरण कर रहा है । उससे लोगों को बाहर निकालने के लिए हमारी संस्कृति तथा धर्म का प्रचार करना आवश्यक है । सनातन की प्रदर्शनी देखकर मुझे यह प्रतीत होता है कि, हिन्दु प्रतिदिन प्रदर्शनी की जानकारी प्राप्त कर अर्थात् हमारी हिन्दु धर्म में जो बताया गया है,  उसी का अनुकरण करेंगे । समाज को धर्माचरण करने के लिए प्रवृत्त करना आवश्यक है । वहीं कार्य सनातन संस्था कर रही है । यह प्रदर्शनी देखकर मुझे अत्यंत आनंद प्रतीत हुआ ।’

सनातन की साधिका कु. कृतिका खत्री ने मां सतीगिरीजी को ग्रंथप्रदर्शनी के बारे में जानकारी दी । साथ ही उन्हें हिन्दू जनजागृति पुरस्कृत ‘देवनदी गंगाकी रक्षा करें’ यह ग्रंथ भेंट कर उनका सन्मान किया । उस समय हिन्दू जनजागृति समिति के राष्ट्रीय मार्गदर्शक सद्गुरु (डॉ.) चारुदत्त पिंगळे तथा उत्तर-पूर्व भारत के मार्गदर्शक पू. नीलेश सिंगबाळ ने मां सतीगिरीजी के साथ ‘राष्ट्र एवं धर्म’ के संदर्भ में विचारविमर्श किया ।

स्रोत : दैनिक सनातन प्रभात

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