‘सनातन की सीख का अनुभव कर साधना करने से साधक अध्यात्म के परमशिखरतक पहुंचेंगे !’

बाईं ओर से ग्रंथप्रदर्शनी की जानकारी देते हुए श्री. अभय वर्तक, श्री. सुनील ठाकुर तथा श्री. राजन बोडेकर

प्रयागराज (कुंभनगरी) : महाराष्ट्र के रत्नागिरी जनपद के नाणीज के जगद्गुरु नरेंद्राचार्य महाराज संस्थान के स्वीय साहायक श्री. सुनील ठाकुर तथा कार्यकर्ता श्री. राजन बोडेकर ने यहां की सनातन की ग्रंथप्रदर्शनी का अवलोकन किया । इस अवसरपर सनातन के धर्मप्रचारक श्री. अभय वर्तक ने उन्हें ग्रंथप्रदर्शनी की जानकारी दी ।

सनातन की प्रदर्शनी का अवलोकन करनेपर श्री. सुनील ठाकुर ने कहा, ‘‘इस प्रदर्शनी में यह महत्त्वपूर्ण बात बताई गई है कि अध्यात्म केवल ग्रंथ पढकर अथवा प्रवचन सुनकर सीखा नहीं जा सकता, अपितु उसके लिए कृती करनी पडती है । सनातन संस्था अध्यात्म का प्रारंभ कहां से करना चाहिए, यह सिखाती है, यह विशेषतापूर्ण है । जो लोग ईश्‍वरीय शक्ति एवं अध्यात्म के प्रति विश्‍वास रखते हैं अथवा जिन्हें अध्यात्म में आगे बढने की इच्छा है, वे पहले सनातन संस्था में आकर वहां से शिक्षा लेकर और उसे समझ लेकर उसका अनुभव करें । उसके पश्‍चात साधक अध्यात्म के परमशिखरतक पहुंचेंगे । प्रयागराज में सनातन संस्था एवं हिन्दू जनजागृति समिति की प्रदर्शनी से श्रद्धालुओ को जो ज्ञान दिया जा रहा है, वह विशेषतापूर्ण है । इसके लिए मैं सनातन संस्था एवं हिन्दू जनजागृति समिति को हृदय से धन्यवाद देता हूं और इन दोनों संगठनों को मेरी और संस्थान की ओर से शुभकामनाएं देता हूं ।

स्रोत : दैनिक सनातन प्रभात

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