सनातन-प्रकाशित ग्रंथों के कारण लोग धर्माचरण निरंतर कर पाएंगे ! – स्वामी प्रणवानंदजी महाराज

हिन्दू जनजागृति समितिद्वारा संत भेंट

स्वामी प्रणवानंदजी महाराज को हिन्दू जनजागृति समिति के कार्य की जानकारी देते हुए पू. डॉ. चारुदत्त पिंगळेजी

ओंकारेश्‍वर : हिन्दू जनजागृति समिति के राष्ट्रीय मार्गदर्शक पू. चारुदत्त पिंगळेजी ने यहां के मार्कंडेय आश्रम के प्रमुख स्वामी प्रणवानंदजी महाराजजी से ४ जनवरी को नर्मदा तट पर स्थित मार्कंडेय आश्रम में भेंट की। इस समय पू. डॉ. पिंगळेजी ने उनको हिन्दू जनजागृति समिति के कार्य के संदर्भ में विस्तृत जानकारी दे कर इस कार्य हेतु उनके आशीर्वाद लिये। इस समय उन्हें सनातनद्वारा प्रकाशित विविध विषयों के ग्रंथों की भी जानकारी दी गई।

इस समय स्वामी प्रणवानंद महाराजजी ने कहा कि, हम भी आश्रम पधारनेवाले लोगों को धर्माचरण के संदर्भ में बताते हैं; परंतु सद्द्यःस्थिति में लोगोंपर पाश्‍च्यात्त्यों का इतना प्रभाव है कि, उनसे उस वातावरण में जानेपर लोग धर्माचरण पुनः छोड देते हैं !

इसके लिए एक बार बताकर यह कार्य सफल नहीं हो पायेगा। उसके लिए निरंतर लोगों के संपर्क में रहना होगा। आपकेद्वारा प्रकाशित ग्रंथ एवं सत्संगों के माध्यम से यह अवश्य संभव होगा !

ईश्वर हरएक द्वारा कार्य करवा रहे हैं !
– स्वामी ज्ञानप्रसूनेंद्र सरस्वती तथा मत्तूर स्वामीजी

इस समय पू. डॉ. चारुदत्त पिंगळेजी ने मार्कंडेय आश्रम में स्वामी ज्ञानप्रसूनेंद्र सरस्वती तथा मत्तूर स्वामीजी से भी भेंट कर उनसे आशीर्वाद लिये। धर्मशास्त्र के अध्ययनकर्ता रहे स्वामीजी विरक्तवृत्ति से निरंतर भ्रमण करते रहते हैं। इस समय पू. मत्तूर स्वामीजी ने कहा कि, यह ईश्‍वर की ही योजना है। वे हरएक द्वारा कार्य करवा रहे हैं। आप जो समाज में जाकर जागृति कर रहें हैं, वह अच्छा ही है। जितना आप का धर्माचरण बढेगा, उतना ही समाजपर उसका प्रभाव होगा !

स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात

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