ब्राह्मतेज एवं क्षात्रतेज की उपासना से हिन्दू राष्ट्र की स्थापना करना संभव ! – सद्गुरु नंदकुमार जाधवजी, धर्मप्रचारक संत, सनातन संस्था

आध्यात्मिक साधना करने से आत्मविश्वास जागृत होता है तथा व्यक्ति तनावमुक्त जीवन जी सकता है । वह साधना कर अपने कृत्य के फल के कार्य की अपेक्षा किए बिना कार्य कर सकता है तथा प्रत्येक कृत्य से आनंद प्राप्त करता है । फल की अपेक्षा रखे बिना काम करने से वह निःस्वार्थ कर्मयोग होता है, जिससे आध्यात्मिक प्रगति भी होती है । केवल ऐसा व्यक्ति ही धर्मरक्षा का कार्य सकता है ।

‘वैश्विक हिन्दू राष्ट्र महोत्सव’ के उपलक्ष्य में सनातन संस्था के संस्थापक (सच्चिदानंद परब्रह्म) डॉ. जयंत आठवलेजी का संदेश

आप सभी हिन्दू राष्ट्रवीरों को हिन्दू राष्ट्र की स्थापना के कार्य हेतु भक्ति करने की बुद्धि तथा देवताओं की शक्ति प्राप्त हो, इसके लिए मैं भगवान श्रीकृष्ण के चरणों में प्रार्थना करता हूं !’

सनातन संस्था द्वारा संपूर्ण देश में १५३ स्थानों पर ‘गुरुपूर्णिमा महोत्सव’ संपन्न !

माया के भवसागर से शिष्य और भक्त को धीरे से बाहर निकालनेवाले, उनसे आवश्यक साधना करवानेवाले और कठिन समय में उन्हें निरपेक्ष प्रेम का आधार देकर संकटमुक्त करानेवाले गुरु ही होते हैं । ऐसे परमपूजनीय गुरु के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करने का दिन होता है ‘गुरुपूर्णिमा’ !

रामनाथी, गोवा के सनातन के आश्रम में प्रतिष्ठापित ‘श्रीराम शालिग्राम’ की महिमा !

‘सनातन के आश्रम में प्रतिष्ठापित शालिग्राम पर स्वर्णरेखा है, साथ ही आश्रम में प्रतिष्ठापना होनेवाला शलिग्राम पर स्वर्णरेखा है । साथही वह देखते समय शिवलिंग जैसा दिखाई देता है ।

तनावमुक्ति हेतु दुर्गुण निकाले और गुण बढाएं ! – श्रीमती वैदेही पेठकर, सनातन संस्था

तनाव निर्मूलन हेतु व्यक्तित्व के दोष पर प्रभाव करें ऐसा गुण बढाने की आवश्यकता है । इसलिए अध्यापक और छात्रों में इस विषय में दिशादर्शन करने का प्रयास सनातन संस्था कर रही है, ऐसा प्रतिपादन सनातन संस्था की श्रीमती वैदेही पेठकर जी ने किया ।

मध्य प्रदेश में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के जवानों के लिए सनातन संस्था द्वारा प्रवचन

केंद्रीय रिज़र्व पुलिस बल (चतुर्थ सिग्नल बटालियन) परिसर में ‘आनंदमय जीवन हेतु अध्यात्म’ विषय पर सनातन संस्था द्वारा प्रवचन का आयोजन किया गया । इसमें संस्था के साधक श्री. किरण नोगिया ने उपस्थित अधिकारियों एवं जवानों का उद्बोधन किया ।

सनातन संस्था के संस्थापक परात्पर गुरु डॉ. आठवलेजी के ८० वें जन्मोत्सव के उपलक्ष्य में मनोती मांगने तथा प्रार्थना उपक्रम

सनातन संस्था के संस्थापक परात्पर गुरु डॉ. आठवलेजी के ८० वें जन्मोत्सव के उपलक्ष्य में रघुनाथ मंदिर, कालकाजी, अलकनंदा में मनौती मांगने तथा प्रार्थना उपक्रम किया गया, जिसमें साधिका श्रीमती मंजुला कपूर, साधना सत्संग जिज्ञासु श्रीमती रितिका मित्तल और श्रीमती सुधा अरोडा तथा वाचक श्रीमान कृपाल सिंह ने सहभाग लिया ।

सनातन-निर्मित सर्वांगस्पर्शी आध्यात्मिक ग्रंथसंपदा सर्व भारतीय और विदेशी भाषाओं में प्रकाशित हो, इस हेतु ग्रंथ-निर्मिति की व्यापक सेवा में सहभागी हों !

ये सेवाएं करने के इच्छुक जिलासेवकों के माध्यम से आगे दी गई सारणीनुसार अपनी जानकारी श्रीमती भाग्यश्री सावंत के नाम [email protected] इस संगणकीय पते पर अथवा नीचे दिए पते पर भेजें ।