सनातन की संत पू. (श्रीमती) सूरजकांता मेनराय द्वारा साधकों को बताएं गए अनमोल सूत्रं
सनातन की ४५ वी संत पू. (श्रीमती) सूरजकांता मेनराय को ७५ वर्ष पूर्ण हो रहे हैं । उस अवसर पर उन्होंने साधकों को मार्गदर्शक सूत्रं बताएं ।
सनातन की ४५ वी संत पू. (श्रीमती) सूरजकांता मेनराय को ७५ वर्ष पूर्ण हो रहे हैं । उस अवसर पर उन्होंने साधकों को मार्गदर्शक सूत्रं बताएं ।
सेवा की लगन, निर्मलता, प्रेमभाव, ईश्वर के प्रति भाव इत्यादि गुणों से युक्त पुणे की सनातन की संत पू. (श्रीमती) प्रभा मराठेआजी (आयु ८० वर्ष ) !
पूज्य भगवंत मेनराय और पूज्य सूरजकांता मेनराय का कुछ महीनों से सनातन के रामनाथी, गोवा आश्रम में निवास रहा है । आश्रम में नए होकर भी वे आश्रमजीवन से शीघ्र एकरूप हो गए हैं । मेनराय पती-पत्नी के अनेक सद्गुणों का हुआ दर्शन इस लेख में शब्दबद्ध किया है ।
हिन्दू धर्म में श्रावण का माह वर्ष में विशेष महत्त्व रखता है । इसी माह में नागपंचमी की शुभतिथि पर शिवभक्त पू. भगवंतकुमार मेनरायजी का जन्म हुआ है ।
मोदीभाभी पाक्षिक सनातन प्रभात का वितरण करना,पाक्षिक के लिए विज्ञापन लाना,विद्यालयों में सनातन बहियां तथा क्रांतिकारियों की प्रदर्शनी पहुंचाने के लिए प्रयत्न करना,अधिकाधिक लोगों तक सनातन पंचांग पहुंचाना,ऐसी अनेक सेवाआें में निरंतर व्यस्त रहती हैं ।
पू. (कु.) रेखा दीदी की प्रगति के लिए कारणभूत उनके निरपेक्ष प्रेम और गुरु का आज्ञापालन करने की लगन आदि गुणों के दर्शन श्रीरामनवमी के दिन उपस्थित जनसमुदाय को हुए ।