राष्ट्रप्रेम ही धर्मप्रेम है इस सत्य को जान चुका दुर्लभ क्रांतिकारी दामोदर हरि चापेकर !

क्रांतिकारी दामोदर हरि चापेकर द्वारा लिखे गए आत्मवृत्त का कारण यह था कि यह हत्या करने के लिए चापेकर कैसे प्रेरित हुआ, इसकी सच्चाई लिखने के लिए उन्हें कहा गया ।

भारत की स्वतंत्रता में आजाद हिन्द सेना का महत्त्वपूर्ण योगदान !

विश्‍वयुद्ध में अंग्रेज सेना को बडी हानि पहुंची थी । इसलिए ब्रिटेन से भारत में अंग्रेज सैनिक भेजना संभव नहीं था । इसलिए ब्रिटेन के प्रधानमंत्री एटली ने लोकसभा में स्पष्ट कहा कि अंग्रेजों को भारतीय साम्राज्य छोडना पड रहा है ।