रामनाथी (गोवा) में षष्ठ अखिल भारतीय हिन्दू अधिवेशन भावपूर्ण वातावरण में प्रारंभ 

भारत के २१ राज्यों सहित नेपाल, श्रीलंका और बांग्लादेश से १३२  से अधिक हिन्दुत्वनिष्ठ संगठनों के ५३८ से अधिक प्रतिनिधियों का हिन्दू राष्ट्र-स्थापना का निर्धार

दीपप्रज्वलन करते हुए बाईं ओर से यति मां चेतनानंद सरस्वतीजी, प.पू. साध्वी सरस्वतीजी, पू. डॉ. चारुदत्त पिंगळे एवं पू. नंदकुमार जाधव

श्री विद्याधिराज सभागृह (गोवा) : संत-महंतों के संकल्प अनुसार वर्ष २०२३ में हिन्दू राष्ट्र स्थापित होकर ही रहेगा । देश को हिन्दू राष्ट्र बनाने से कोई शक्ति नहीं रोक सकती । एक समिति अथवा संस्था पर प्रतिबंध लगाने पर सहस्रों हिन्दू जनजागृति समिति एवं सनातन संस्था निर्माण होंगी, ऐसा स्पष्ट प्रतिपादन छिंदवाडा, मध्यप्रदेश स्थित सनातन धर्म प्रचार सेवा समिति की अध्यक्षा प.पू. साध्वी सरस्वतीजी ने षष्ठ अखिल भारतीय हिन्दू  अधिवेशन के उद्घाटन के समय किया । इस समय व्यासपीठ पर उत्तरप्रदेश की सिद्धपीठ प्रचंड चंडीदेवी मंदिर की संत और हिन्दू स्वाभिमान की राष्ट्रीय अध्यक्षा यति मां चेतनानंद सरस्वती, छिंदवाडा, मध्यप्रदेश स्थित सनातन धर्म प्रचार सेवा समिति की अध्यक्षा साध्वी सरस्वती, हिन्दू जनजागृति समिति के राष्ट्रीय मार्गदर्शक पू. डॉ. चारुदत्त पिंगळे, सनातन के संत एवं धर्मप्रसारक पू. नंदकुमार जाधव आदि मान्यवर उपस्थित थे ।

संतों के शुभहस्तों दीपप्रज्वलन कर हिन्दू जनजागृति समिति आयोजित ४ दिवसीय षष्ठ अखिल भारतीय हिन्दू अधिवेशन का उद्घाटन १४ जून को यहां के श्री रामनाथ देवस्थान के श्री विद्याधिराज सभागृह में भावपूर्ण वातावरण में प्रारंभ हुआ । इस समय सनातन साधक पुरोहित पाठशाला के वेदमूर्ति श्री. केतन शहाणे, श्री. आेंकार पाध्ये एवं श्री. अमर जोशी ने वेदमंत्रपठण किया । इससे अधिवेशनस्थल का वातावरण चैतन्यमय बन गया । इस अधिवेशन में भारत के २१ राज्यों सहित नेपाल, बांग्लादेश और श्रीलंका से १३२ से अधिक हिन्दुत्वनिष्ठ संगठनों के ५३८ से अधिक प्रतिनिधि उपस्थित हैं । समारोह सूत्रसंचालन समिति के श्री. अभिजित देशमुख और श्री. विनोद गादीकर ने किया ।

(दार्इं आेर से) सनातन साधक पुरोहित पाठशाला के वेदमूर्ति श्री. केतन शहाणे, श्री. आेंकार पाध्ये एवं श्री. अमर जोशी वेदमंत्रपठण करते हुए

 

संतों का सम्मान

यति मां चेतनानंद सरस्वतिजी का सम्मान करते हुए सद्गुरु (कु.) अनुराधा वाडेकरजी

यति मां चेतनानंद सरस्वतिजी का सम्मान सद्गुरु (कु.) अनुराधा वाडेकरजी के हस्तों, प.पू. साध्वी सरस्वतीजी का सम्मान सद्गुरु (कु.) स्वाती खाडयेजी ने किया, तथा पू. डॉ. चारुदत्त पिंगळे एवं पू. नंदकुमार जाधवजी का सम्मान क्रमशः समिति के श्री. हेमंत कानसकरजी एवं समिति के कर्नाटक समन्वयक श्री. गुरुप्रसादजी ने किया ।

संतसंदेश का वाचन

परात्पर गुरु डॉ. जयंत आठवलेजी ने अधिवेशन निमित्त दिए संदेश का वाचन हिन्दू जनजागृति समिति के उत्तरप्रदेश समन्वयक और ६७ प्रतिशत आध्यात्मिक स्तर प्राप्त श्री. नीलेश सिंगबाळजी ने किया ।

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