मासिक धर्म से संबंधित कष्ट हो रहे हों, तो आगे दिए आध्यात्मिक उपाय करें !

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वर्तमान काल में काफी महिलाओं को मासिक धर्म से संबंधित कष्ट हो रहे हैं । इसमें रजस्राव अधिक प्रमाण में होना, रजस्राव प्रतिमास न होना अनियमित होना, २० वें दिन रजस्राव आरंभ होकर वह १५ दिन रहना, ऐसे कष्ट हो रहे हैं । इसलिए मासिक धर्म के संदर्भ में कष्ट होते समय स्त्रियां आगे दिए गए आध्यात्मिक उपाय कर सकती हैं । इस संदर्भ में कुछ औषधियां आरंभ हों, तो उन्हें बंद न कर, उसके साथ ये आध्यात्मिक उपाय दे सकते हैं ।

(सद्गुरु) डॉ. मुकुल गाडगीळ

 

१. नामजप का मंडल बनाकर उसमें लिखी जानेवाली प्रार्थना

मासिक धर्म शुरू होने के दिनांक के ४ दिन पहले कागद पर श्रीकृष्ण के नामजप का मंडल बनाएं और उसमें आगे दिए अनुसार प्रार्थना लिखें, ‘हे श्रीकृष्ण, …… (यहां स्वयं का नाम लिखें ।) को मासिक धर्म के संबंधित ……(जो कष्ट हो रहे हैं, वे यहां लिखें ।) आदि कष्ट हो रहे हैं । ये कष्ट दूर होने दीजिए एवं मुझे दी हुई सेवा और साधना मैं कर पाऊं । उसमें किसी भी प्रकार की बाधाएं न आएं ।’

रजस्राव रुकने पर नामजप का मंडल बनाया हुआ कागद अग्नि में विसर्जित करें । अगले माह में ऐसे नामजप का मंडल पुन: बनाएं और उसमें प्रार्थना लिखें । ये उपाय मासिक धर्म नियमित होने तक प्रतिमाह करें ।

 

२. इस काल में की जानेवाली मुद्रा, न्यास एवं नामजप

२ अ. मुद्रा एवं न्यास

अंगूठे का सिरा तर्जनी के मूल पर लगाकर तैयार होनेवाली मुद्रा दोनों हाथों से करके एक हाथ की तर्जनी का सिरा स्वाधिष्ठानचक्र एवं दूसरे हाथ की तर्जनी का सिरा आज्ञाचक्र पर न्यास करना

२ आ. नामजप

उपरोक्त मुद्रा एवं न्यास करने के साथ ही ‘ॐ ॐ श्री वायुदेवाय नमः ॐ ॐ ।’ यह नामजप कष्ट होते समय अथवा मासिक धर्म के दिन से ४ दिन पहले आरंभ कर, वह मासिक धर्म की ५ दिनों की अवधि पूर्ण होने तक प्रतिदिन २ घंटे करें ।

२ इ. ये उपाय करने के पश्चात भी रजस्राव न रुक रहा हो, अथवा उसकी मात्रा अधिक होगी, तो ‘ॐ ॐ श्री आकाशदेवाय नमः ॐ ॐ ।’ नामजप करें । इसके साथ ही तर्जनी का सिरा अंगूठे के मूल से टिकाकर तैयार होनेवाली मुद्रा दोनों हाथों से कर एक हाथ के अंगूठे के सिरे से स्वाधिष्ठानचक्र एवं दूसरे हाथ के अंगूठे के सिरे से आज्ञाचक्र पर न्यास करें ।

मासिक धर्म के समय ऐसा कष्ट होने से प्रत्येक बार उपरोक्त उपाय करें ।’

– (पू.) डॉ. मुकुल गाडगीळ, सनातन आश्रम, रामनाथी, गोवा. (२०.५.२०१९)

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