भारत में २० करोड लोग मानसिक विकार से ग्रस्त !

  • देशभर में इतनी बडी संख्या में लोगों का मानसिक विकार से ग्रस्त होना बहुत ही चिंताजनक है ! साधना ही मानसिक विकारपर एकमात्र औषधि है और उससे ही अनेक लोग इससे मुक्त हो रहे हैं, यह सप्रमाण प्रमाणित हुआ है ! 
  • अभीतक शासनस्तरपर समाज को साधना की शिक्षा न देने का यह परिणाम है । साधना करनेवाला समाज ही वास्तविकरूप से मानसिकदृष्टि सदेे सक्षम होता है !

नई देहली : देश में प्रति ७ व्यक्तियों में से १ व्यक्ति गंभीर मानसिक रोग से ग्रस्त है । देश में निराशा(डिप्रेशन) एवं चिंता (एन्क्जाईटी) इन विकारों से ग्रस्त लोगों की संख्या तीव्रगति से बढ रही है । भारत में वर्ष १९९० से वर्ष २०१७ तक अर्थात २७ वर्षों की अवधि में १९.७ प्रतिशत अर्थात २० करोड लोग मानसिक विकारों से ग्रस्त हैं । ‘लैन्सेट साईकैट्री’ नामक जर्नल में यह जानकारी प्रकाशित हुई है । इंडिया स्टेट लेवल डिसीज बर्डन इनिशिएटीव’ ने देश के लोगों में फैले मानसिक विकारोंपर अध्ययन किया है ।

इस जर्नल में प्रकाशित अध्ययन में निम्नांकित अनेक गंभीर सूत्र उपस्थित किए गए हैं –

१. मानसिक विकारों से ग्रस्त ४ करोड ६ लाख लोग निराशा से, तो ४ करोड ५ लाख लोग चिंता के विकार से ग्रस्त हैं ।

२. भारत के आधी आयु बीते लोगों में मानसिक विकारों की मात्रा अधिक होने का इस अध्ययन में दिखाई दिया । इस अध्ययन में ये मानसिक विकार ही आत्महत्याओं का कारण होने की बात कही गई है ।

स्रोत : दैनिक सनातन प्रभात

Leave a Comment