संस्था पर प्रतिबंध लगाने की मांग के विरोध में ‘राष्ट्रीय हिन्दू आंदोलन’ !

नक्सली समर्थकों को ‘विचारक’, ‘सामाजिक कार्यकर्ता’
कहना; परंतु  हिन्दुत्वनिष्ठों को ‘आतंकी’ कहना यही है आज की
‘धर्मनिरपेक्षता’ ! – श्री. ऋषीकेश गुर्जर, हिन्दू जनजागृति समिति

राष्ट्रीय हिन्दू आंदोलन को संबोधित करते हुए श्री. ऋषीकेश गुर्जर

बेळगाव (कर्नाटक) : नालासोपारा का कथित विस्फोटक मिलने का प्रकरण एवं डॉ. दाभोलकर हत्या प्रकरण में पिछले मास में ९ हिन्दुत्वनिष्ठों को बंदी बनाया गया। इनमें से कोई भी संदिग्ध आरोपी सनातन संस्था का साधक न होते हुए भी कुछ राजनीतिक दल, संगठन, एवं कथित आधुनिकतावादी, मुसलमान नेता आदि सनातन संस्था पर प्रतिबंध लगाने की आधारहीन एवं शालो मांग कर रहे हैं, तो कुछ प्रसारमाध्यम सनसनी फैलानेवाले एवं दिशाभ्रम करनेवाले समाचार प्रसारित कर ‘हिन्दू आतंकवाद’ का ढिंढोरा पीट रहे हैं ! तो दूसरी ओर कोरेगाव-भीमा प्रकरण में बंदी बनाए गए नक्सल समर्थकों का योजनाबद्धता से समर्थन दिया जा रहा है ! यह दोहरी नीति है ! हिन्दुओं के विरोध में अपराध सिद्ध न होते हुए भी उन्हें ‘हिन्दू आतंकी’ कहनेवालों का एवं नक्सलियों को ‘विचारक’, ‘सामाजिक कार्यकर्ता’, ‘मानवाधिकार कार्यकर्ता’ कहकर उनका उदात्तीकरण करनेवालों का वास्तविक रूप अब उजागर हुआ है !

समाज से ‘आपको धर्मपरायण सत्यनिष्ठ सनातन संस्था के पक्ष में खडे रहना है अथवा धर्मनिरपेक्षता और आधुनिकतावाद का बुर्का पहनकर नक्सलियों का समर्थन करना है ?’, ऐसा प्रश्‍न कर ‘धर्म की रक्षा करनेवालों की ही धर्म रक्षा करता है !’, ऐसा प्रतिपादन हिन्दू जनजागृति समिति के श्री. ऋषीकेश गुर्जर ने किया।

नालासोपारा विस्फोटक प्रकरण में बंदी बनाए गए निर्दोेष हिन्दुत्वनिष्ठों के समर्थन में एवं सनातन संस्था पर प्रतिबंध की, की जा रही मांग के विरोध में ३० सितंबर को राष्ट्रीय हिन्दू आंदोलन किया गया। इस अवसर पर हिन्दुत्वनिष्ठों ने सनातन संस्था, हिन्दू जनजागृति समिति एवं अन्य समविचारी हिन्दुत्वनिष्ठ संगठनों को अपना लक्ष्य बनानेवाले षड्यंत्र की व्यापक जांच करने की मांग की !

उपस्थित हिन्दुत्वनिष्ठ

पुरोहित संगठन के सर्वश्री श्रीपाद देशपांडे, धनंजय वडेर, भाजपा उत्तर विभाग के अध्यक्ष श्री. मारुति सुतार, कार्यकर्ता श्री. अनिल कुरणकर, कर्तव्य महिला मंडल की श्रीमती आक्काताई सुतार, दैनिक सनातन प्रभात के पाठक सर्वश्री विजय मेलगे, नितीन कुलकर्णी, धर्मप्रेमी सर्वश्री नंदू नेसरकर, शुभम् आपटेकर, हिन्दुत्वनिष्ठ सर्वश्री सदानंद माशेकर, शिवा कदम, आनंद करलिग्नावर, महादेव गोंडी, गणेश चौगुले, दत्तात्रेय अवदोनकर एवं हिन्दू जनजागृति समिति के कार्यकर्ताआें को मिला कर २१ धर्म एवं राष्ट्रप्रेमी उपस्थित थे।

वैशिष्ट्यपूर्ण

आंदोलन के समय कई लोग अपनी गाडियां रोक कर विषय समझ ले रहे थे। उन्हें दैनिक सनातन प्रभात का ‘सनातन सत्यदर्शन’ विशेषांक दिया गया। धर्मप्रेमी श्री. अनिल कुवळेकर ने कहा कि इसके आगे जब कभी आंदोलन होगा, तब आप मुझे सूचित करें, मैं भी उसमें अवश्य सहभाग लूंगा !

स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात 

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