परात्पर गुुरु डॉ. आठवलेजी द्वारा धर्मकार्य हेतु अपनाए गए कार्य को व्रत के रूप में अपनाएंगे ! – भागवताचार्य वा.ना. उत्पात

वा.ना. उत्पात

सोलापुर में जनसंवाद सभा भागवताचार्य वा.ना. उत्पात ७९ वर्ष के होते हुए भी वे सनातन का पक्ष रखने के लिए सोलापुर की जनसंवाद सभा में प्रमुख वक्ता के रूप में सहभागी हुए । इस प्रकार के धर्म के गहन अभ्यासी महनीय व्यक्ति का आशीर्वाद तथा समर्थन ही सनातन की वास्तविक शक्ति है !

सोलापुर, ९ सितंबर (संवाददाता) : हिन्दू धर्म को तर्कशुद्ध भाषा में रखनेवाला एकमात्र समाचारपत्र है दैनिक सनातन प्रभात ! मराठी समाचारपत्रों के क्षेत्र में दैनिक सनातन प्रभात में सत्य का पक्ष रखा जाता है तथा उससे ही सत्यदर्शन होता है । आजकल चल रहे दुष्प्रचार के दूषित वातावरण के केवल सनातन का दीप ही जल रहा है । प्रसारमाध्यमों में सनातन के विषय में दुष्प्रचार का प्रयास चल रहा है । परात्पर गुुरु डॉ. जयंत आठवलेजी ने धर्मकार्य हाथ में लिया है । हम भी इस कार्य में सहभागी होकर संतों के इस कार्य को व्रत के रूप में अपनाएंगे । भागवताचार्य वा.ना. उत्पात ने यह आवाहन किया । आधुनिकतावादियों द्वारा चलाए जा रहे हिन्दूविरोधी षड्यंत्र की पोल खोलने के लिए आयोजित जनसंवाद सभा में प्रमुख वक्ता के रूप में वे ऐसा बोल रहे थे । इस अवसरपर ह.भ.प. सुधाकर इंगळे महाराज, हिन्दू विधिज्ञ परिषद के अधिवक्ता संदीप अपशिंगेकर तथा हिन्दू जनजागृति समिति के पश्‍चिम महाराष्ट्र, कोंकण तथा गुजरात राज्य समन्वयक श्री. मनोज खाडये ने भी अपना मनोगत व्यक्त किया ।

भागवताचार्य वा.ना. उत्पात ने अपने संबोधन में आगे कहा कि जिन हिन्दुत्वनिष्ठों के विरुद्ध आरोप लगाए गए, वो अभीतक प्रमाणित नहीं हुए हैं । अतः उन्हें दोषी नहीं माना जा सकता । अभीतक संदिग्ध के रूप में पकडे गए हिन्दुत्वनिष्ठों के अनेक वर्ष कारागृह में बीत गए तथा प्रमाणों के अभाव में उन्हें छोड दिया गया । उनके व्यर्थ गए इन वर्षों की भरपाई कौन करेगा ?

 

मराठा आरक्षण के सूत्र से लोगों का ध्यान भटकाने
के लिए हिन्दुत्वनिष्ठों के विरुद्ध झूठे आरोप लगाए जा रहे हैं !
– ह.भ.प. सुधाकर इंगळे महाराज, जिलाध्यक्ष, अखिल भारतीय वारकरी मंडल, सोलापुर

मैं सनातन संस्था के अनेक कार्यक्रमों में सहभागी होता हूं । अच्छा कार्य करते समय विरोध तो होकर रहेगा ! केवल राज्य में ही नहीं, अपितु संपूर्ण राष्ट्र में ही केवल सनातन का कार्य ही सूत्रबद्ध और संगठनात्मक है । सनातन के विरुद्ध चाहे कितने भी आरोप लगाए जाएं; तब भी साधक निष्ठा एवं श्रद्धा के साथ अपनी सेवा कर रहे हैं, उस निष्ठा को बल देने का कार्य परात्पर गुुरु डॉ. आठवलेजी कर रहे हैं । मराठा आरक्षण के सूत्र से लोगों का ध्यान भटकाने के लिए ही सनातन संस्था के विरुद्ध झूठे आरोप लगाए जा रहे हैं । ह.भ.प. सुधाकर इंगळे महाराज ने यह मत व्यक्त किया ।

 

दाभोलकर-पानसरे परिवार ने अभियोग न
चलाया जाए; इसके लिए उच्च न्यायालय में याचिका क्यों
प्रविष्ट कीं ? – अधिवक्ता संदीप अपशिंगेकर, हिन्दू विधिज्ञ परिषद

दाभोलकर-पानसरे के परिजनों ने अभियोग चलाया न जाए, इसके लिए उच्च न्यायालय में याचिका प्रविष्ट की है । इससे उन्हें दाभोलकर-पानसरे के हथियारों को पकडने में रूचि नहीं है, अपितु उन्हें केवल सनातन को ही अपना लक्ष्य बनाना है । डॉ. वीरेंद्रसिंह तावडे खूनी हैं, तो वह केवल अभियोग के चलाने से ही प्रमाणित होगा; परंतु अभियोग चलाकर किसी निर्दोष व्यक्ति को दोषी प्रमाणित नहीं किया जा सकता, इससे वह भलीभांति अवगत हैं; इसलिए दाभोलकर-पानसरे परिजन और सीबीआई पिछले २ वर्षों से अभियोग ही चलने नहीं दे रहे हैं ।

संदर्भ : दैनिक सनातन प्रभात

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