घरके पिछवाडे अथवा बगीचे में लगाई जानेवाली औषधीय वनस्पतियां

१. घर के पिछवाडे अथवा बगीचे
में लगाई जानेवाली औषधीय वनस्पतियां

औषधीय वनस्पतियों में से अनेक वनस्पतियों का उपयोग औषधियों के साथ ही अन्य कारणों के लिए भी होता है । कुछ औषधीय पौधों के फूल सुन्दर होते हैं । ऐसे पौधे घर के आसपास तथा मार्ग के दोनों ओर लगाने पर परिसर सुशोभित होता है । अनेक औषधीय वनस्पतियों का साग अच्छा बनता है । कुछ औषधीय पौधों में फल भी लगते हैं । कुछ कंदवर्गीय वनस्पतियों के कन्द पेट भरने के लिए भी खाए जा सकते हैं । वृक्षवर्गीय वनस्पतियों का उपयोग इंधन के लिए भी होता है । कुछ वनस्पतियों से खाने की गोंद, खाने का रंग जैसे पदार्थ मिलते हैं । कुल मिलाकर औषधीय वनस्पतियां बहुपयोगी होती हैं ।

१ अ. बाड के रूप में अथवा बाड के किनारे लगाई जानेवाली वनस्पतियां

वनस्पति लैटिन नाम किन विकारों में उपयुक्त ? औषधि के लिए उपयुक्त अंग (भाग) रोपण के लिए उपयुक्त अंग (भाग)
१.अडूसा Justicia adhatoda ऊष्मा तथा पित्त के सर्व विकार, श्‍वसनतन्त्र के विकार पंचांग तने के टुकडे
अडूसा

१ आ. फूल देनेवाली औषधीय वनस्पति

वनस्पति लैटिन नाम किन विकारों में उपयुक्त ? औषधि के लिए उपयुक्त अंग रोपण के लिए उपयुक्त अंग
१. कमल Nelumbo nucifera रक्त और पित्त के विकार कंद और बीज बीज अथवा कंद
२. सेवंती Chrysanthemum morifolium श्‍वसन और पाचन तन्त्र के विकार पत्ते और फूल बीज अथवा तने के टुकडे
३.सदाफूली Catharanthus roseus मधुमेह और कर्करोग पंचांग बीज अथवा तने के टुकडे

 

१ इ. फळे

वनस्पति लैटिन नाम किन विकारों में उपयुक्त? औषधि के लिए उपयुक्त अंग रोपण के लिए उपयुक्त अंग
१. अनानास Ananas comosus पाचन से संबंधित विकार और पीलिया फल फल के ऊपर का भाग

 

१ ई. सब्जी

वनस्पति लैटिन नाम किन विकारों में उपयुक्त? औषधि के लिए उपयुक्त अंग रोपण के लिए उपयुक्त अंग
१.अरबी Colocasia esculenta पित्त के विकार पत्ते और कंद कंद
२.बायबिरंग Oxalis corniculata अपचन पत्ते बीज
३. चौलाई Amaranthus spinosus जलना, पित्त के विकार,  अतिसार (दस्त लगना) व रक्तदोष पंचांग बीज

१ उ. कंद

वनस्पति लैटिन नाम किन विकारों में उपयुक्त ? औषधि के लिए उपयुक्त अंग (भाग) रोपण के लिए उपयुक्त अंग (भाग)
१. शकरकंद Ipomoea batatas दुर्बलता पंचांग बीज
२.साबुकंद (टैपिओका) Manihot esculenta दुर्बलता पंचांग बीज
३. सूरन Amorphophallus campanulatus बवासीर पंचांग बीज
साबुकंद (टैपिओका)
साबुकंद पत्ते

१ ऊ. मसाले

वनस्पति लैटिन नाम किन विकारों में उपयुक्त ? औषधि के लिए उपयुक्त अंग (भाग) रोपणके लिए उपयुक्त अंग (भाग)
१. अदरक Zingiber officinale श्‍वसन और पाचन तन्त्र के विकार कंद कंद
२. पुदीना Mentha spicata जीर्ण ज्वर, खांसी, अपचन और कृमि पंचांग बीज
३. इलायची Elettaria cardamomum मूत्रणाली के विकार, ज्वर और शिरोवेदना फल कंद

१ ए. औषधी वनस्पति

वनस्पति लैटिन नाम किन विकारों में उपयुक्त ? औषधि के लिए उपयुक्त अंग (भाग) रोपण के लिए उपयुक्त अंग (भाग)
१.आमाहलदी Curcuma amada श्‍वसनतन्त्र के विकार, ज्वर और सूजन कंद कंद
२. अश्‍वगंधा Withania somnifera केश, आंखें, श्‍वसनतन्त्र और शुक्राणुआें से संबंधित विकार जड बीज
३. इसबगोल Plantago ovata बद्धकोष्ठता बीज बीज
४. सरफोंका Tephrosia purpurea पीलिया, प्लीहा बढना, यकृत के विकार और बवासीर पंचांग बीज
५. कचूर Curcuma zedoaria पाचनतन्त्र और मूत्रणाली के विकार कंद कंद

उपरोक्त दिएअनुसार २०० से अधिक वनस्पतियों के गुणधर्म एवं रोपण की पद्धति
जानने हेतु पढें सनातन प्रकाशित ग्रंथ औषधि वनस्पतियों का रोपण करें !

संदर्भ : सनातन-निर्मित ग्रंथ ‘स्थानकी उपलब्धताके अनुसार औषधीय वनस्पतियोंका रोपण’

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