धर्मनिष्ठ समाज निर्मिति के लिए ‘गुरुपूर्णिमा महोत्सवों’में सम्मिलित होइए ! – सनातन संस्था का आवाहन

सनातन संस्था द्वारा देशभर में 154 स्थानों पर ‘गुरुपूर्णिमा महोत्सव’; 9 भाषाओं में ऑनलाइन महोत्सव !

‘गुरु-शिष्य परंपरा’ हिन्दू धर्म की अद्वितीय श्रेष्ठ परंपरा है । राष्ट्र और धर्म संकट में होते हुए सुव्यवस्था बनाने का महत्त्कार्य गुरु-शिष्यों ने किया है, ऐसा भारत का गौरवशाली इतिहास है । जिस काल में अधर्म मचा हुआ था, तब भगवान श्रीकृष्ण ने अर्जुन द्वारा, आर्य चाणक्य ने सम्राट चंद्रगुप्त द्वारा और छत्रपति शिवाजी महाराज ने संत तुकाराम महाराज एवं समर्थ रामदासस्वामी की कृपा से आदर्श धर्माधिष्ठित राज्य स्थापित किया । आज भी राष्ट्र और धर्म की दुरावस्था हो गई है, इसपर एक मात्र उपाय है हिन्दू राष्ट्र की स्थापना करना । हिन्दू राष्ट्र अर्थात धर्मनिष्ठ समाज निर्मिति के लिए प्रयास करना, यह कालानुसार उत्तम गुरुसेवा ही है । यह संदेश देने के लिए ‘सनातन संस्था’ द्वारा इस वर्ष 13 जुलाई 2022 को मराठी, हिन्दी, गुजराती, कन्नड, तमिल, तेलुगु, मल्यालम, बंगाली आदि भाषाओं में देशभर में 154 स्थानों पर प्रत्यक्ष तथा 9 भाषाओं में ‘ऑनलाइन’ गुरुपूर्णिमा महोत्सवों का आयोजन किया गया है । सर्व राष्ट्र और धर्म प्रेमी हिन्दू सपरिवार उपस्थित रहकर इस अमूल्य उत्सव का लाभ उठाएं, ऐसा आवाहन सनातन संस्था द्वारा किया गया है ।

‘ऑनलाइन’ गुरुपूर्णिमा महोत्सवों के संदर्भ मे जानने हेतु पढें https://www.sanatan.org/hindi/gurupurnima

गुरुपूर्णिमा पर गुरु के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करने की परंपरा अनादि काल से चली आ रही है । गुरुपूर्णिमा पर गुरुतत्त्व अन्य दिनों की अपेक्षा एक हजार गुना अधिक कार्यरत होता है । इस गुरुतत्त्व का लाभ समाज उठा पाए, इस उद्देश्य से ‘गुरुपूर्णिमा महोत्सवों’ का आयोजन किया गया है । इस महोत्सव में श्री व्यासपूजन और प.पू. भक्तराज महाराजजी की प्रतिमा का पूजन (गुरुपूजन); समाज, राष्ट्र और धर्म के संबंध में मान्यवरों के विचार तथा ‘धर्मनिष्ठ समाज की निर्मिति और धर्माधिष्ठित हिन्दू राष्ट्र स्थापना की आवश्यकता’ इस विषय पर भी मान्यवर वक्ताओं का विशेष मार्गदर्शन होनेवाला है । इस महोत्सव में ‘स्वसुरक्षा प्रात्यक्षिक’ विशेष आकर्षण होगा । सनातन संस्था के संस्थापक परात्पर गुरु डॉ. आठवलेजी के मार्गदर्शन का वीडियो भी दिखाया जाएगा । इस महोत्सव में धर्म, अध्यात्म, साधना, बालसंस्कार, आचारधर्म, आयुर्वेद, प्राथमिक उपचार, स्वसुरक्षा, हिन्दू राष्ट्र आदि विविध विषयों पर ग्रंथप्रदर्शनी तथा राष्ट्र-धर्म विषयक फलकप्रदर्शनी लगाई जानेवाली है ।

इसके साथ ही 9 भाषाओं में ‘गुरुपूर्णिमा महोत्सव’ सनातन संस्था के ‘यू-ट्यूब चैनल्स’ पर प्रसारित किया जाएगा । गुरुपरंपरा का महत्त्व समाजमन पर अंकित करने, समाज को साधना के लिए प्रेरित करने तथा धर्मनिष्ठ समाज की निर्मिति के लिए गुरुपूर्णिमा में सम्मिलित होइए, ऐसा आवाहन सनातन संस्था द्वारा किया गया है ।

Youtube.com/SanatanSanstha

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