रामनाथी, गोवा के सनातन आश्रम में भावपूर्ण वातावरण में पंचमहाभूत यज्ञ संपन्न !

यज्ञ की पूर्णाहूति के समय बाईं ओर से श्री. सिद्धेश करंदीकर, श्री. दामोदर वझेगुरुजी, सद्गुरु (श्रीमती) बिंदा सिंगबाळजी, श्री. अमर जोशी एवं श्री. चैतन्य दीक्षित

सनातन आश्रम, रामनाथी (गोवा) : ‘परात्पर गुरु डॉ. आठवलेजी को दीर्घायु प्राप्त हो, पंचमहाभूतों के प्रकोप से साधकों की रक्षा हो तथा हिन्दू राष्ट्र स्थापना के कार्य में उत्पन्न सभी बाधाएं दूर हों; इसके लिए प.पू. आबा उपाध्येजी की आज्ञा से १२ सितंबर २०१९ को रामनाथी, गोवा के सनातन आश्रम में भावपूर्ण वातावरण में पंचमहाभूत यज्ञ किया गया । सनातन पुरोहित पाठशाला के संचालक श्री. दामोदर वझेगुरुजी तथा सनातन पुरोहित पाठशाला के पुरोहितों ने इस यज्ञ का पौरोहित्य किया ।

आरंभ में सनातन संस्था की सद्गुरु (श्रीमती) बिंदा सिंगबाळजी ने यज्ञ का संकल्प लिया । ५ कलशोंपर रखी गई चांदी की प्रतिमाओंपर पंचतत्त्व का आवाहन किया गया । उसके पश्‍चात पृथ्वी, आप, तेज, वायु एवं आकाश इन पंचमहाभूतों के लिए हवन किया गया । पूर्णाहुति के साथ यज्ञ का समापन किया या । इस यज्ञ में सनातन संस्था के संत और आश्रम के साधक उपस्थित थे ।

 

संकटकाल में पंचमहाभूतों की आराधना का महत्त्व

समस्त सृष्टि एवं मनुष्य की उत्पत्ति पंचमहाभूतों के तत्त्व से ही हुई है । अनीति के कारण पंचमहाभूतों ने अपनी शांति को छोडकर अपना क्षुब्ध रूप दिखाना आरंभ किया है और इसी के कारण ही बार-बार भूकंप, अतिवृष्टि, बाढ, सुनामी, सूखा आदि प्रकोप बढ रहे हैं । कई लोग इन आपदाओं की बलि चढ रहे है । ये सभी लक्षण पृथ्वी (मनुष्य प्राणि) के विनाश का आरंभ है । इसके लिए अन्य देवताओं की भांति पंचमहाभूतों की आराधना करना भी आवश्यक है । – प.पू. सदानंद महाराज (प.पू. आबा उपाध्येजी के माध्यम से)

स्रोत : दैनिक सनातन प्रभात

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